6 जनवरी से 9 जनवरी तक चलने वाले 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ व देव परिवार विस्तार वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का गायत्री शक्ति पीठ, बंगरा (झाँसी) में हुआ भव्य समापन। युग ऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पं. श्री राम शर्मा आचार्य एवं परम वन्दनीय माता भगवती देवी शर्मा जी ने अपने संकल्प से मनुष्य में देवत्व का उदय धरती पर स्वर्ण का अवतरण को साकार करने के लिए शांतिकुंज हरिद्वार का निर्माण 50 वर्ष पूर्व किया था जिसके उपलक्ष्य में शांतिकुंज अपना स्वर्ण जयन्ती वर्ष मना रहा है विश्व में 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं देव परिवार विस्तार की श्रृंखला के अन्तर्गत बंगरा में 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि यजमान रहे वरिष्ठ समाजसेवी संघर्ष सेवा समिति अध्यक्ष, विभाग संयोजक सहकार भारती, मंडल चेयरमेन झांसी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल डॉ. संदीप सरावगी।
सर्वप्रथम समाजसेवी डॉ. संदीप सरावगी द्वारा मंच पर मां गायत्री की प्रतिमा पर पुष्प माला, आरती कर विश्व के कल्याण की प्रार्थना की। इसके पश्चात समाजसेवी संदीप सरावगी ने गायत्री परिवार के समस्त गुरुओं के चरण एवं दक्षिणा देकर आशीर्वाद प्राप्त किया। 24 कुण्डीय यज्ञ में शामिल हुए गायत्री परिवार के समस्त लोगों को मंच से उद्बोधित करते हुए समाजसेवी डॉ. संदीप सरावगी ने कहा कि मेरा जन्म गौ, गंगा, गायत्री की सेवा के लिए तन, मन, धन से समर्पित हूं समाजसेवी डॉ. संदीप सरावगी ने कहा कि हिंदू धर्म में जितना महत्व गायत्री माता का है उतना ही महत्वपूर्ण गायत्री मंत्र को भी माना जाता है. मान्यता है कि जिस घर में गायत्री मंत्र का नियमित रूप से जाप किया जाता है वहां सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति भी मिलती है। आभार ट्रस्टी सुरेश चंद्र बबेले, आचार्य रामकशोर आर्य, रविकांत आर्य, एवं इं. विनोद वर्मा द्वारा व्यक्त किया गया।