नई दिल्ली (18 अप्रैल 2022) गुरु तेग बहादर साहिब जी के 401वें प्रकाश पर्व के अवसर पर भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की तरफ से लाल किला मैदान पर चौथी शताब्दी के समापन समारोह को लेकर आयोजित किए जा रहें कार्यक्रम को लेकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी विवादों में घिर गई है। बताया जा रहा है कि संस्कृति मंत्रालय की तरफ से इस आयोजन को लेकर लगभग 5 करोड़ रुपए की ग्रांट दिल्ली कमेटी को जारी की गई है। लेकिन दिल्ली कमेटी की तरफ से सरकारी नियमों के तहत निविदा आमंत्रण से लेकर कार्य आवंटन तक परियोजना को पुरा करने के कार्य में पारदर्शिता की अनदेखी को लेकर विरोधी सवाल उठा रहे हैं। जागो पार्टी के अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दिल्ली कमेटी द्वारा 15 अप्रैल को जारी की गई निविदा सूचना में बड़ी हेराफेरी करने का आरोप लगाते हुए निविदा सूचना को लेकर एक ही रेफरेंस नंबर के 2 पत्र कमेटी द्वारा अपनी वेबसाइट पर जारी करने का खुलासा किया। जीके ने दावा किया कि 20 और 21 अप्रैल को लाल किला मैदान में होने जा रहें कार्यक्रम को लेकर 10 अप्रैल से पंजाब टेंट हाउस की तरह से टेंट लगाया जा रहा है। पर 15 अप्रैल को टेंट आदि के लिए दिल्ली कमेटी अपनी वेबसाइट पर एक निविदा सूचना जारी करती है, जिसमें कुल 10 आयटम के लिए रेट मांगे जाते है और निविदा जमा करने का समय 16 अप्रैल शाम 5 बजे का होता है। लेकिन कुछ समय बाद नई निविदा सूचना जारी की जाती है, जिसमें कुल 11 आयटम होते है, लेकिन पत्र का रेफरेंस नंबर एक ही है तथा दोनों पत्रों पर जनरल मैनेजर धर्मेंद्र सिंह के हस्ताक्षर है।
जीके ने दिल्ली कमेटी प्रबंधकों को ‘मास्टर कारीगर’ बताते हुए कहा कि नकली डाक्टरों के साथ रकाबगंज साहिब का कोविड सेंटर चलाते हुए यह रंगे हाथ पकड़े जाते हैं, जिसकी शिकायत थाना नार्थ एवेन्यू में हमारी तरफ से की जाती है। लेकिन ‘वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड्स’ की तरह से इस कोविड सेंटर को रिकार्ड के तौर पर यह दर्ज करवा लेते हैं। अब टेंट लगने के बाद इन्होंने निविदा आमंत्रण करके इन्होंने नया रिकार्ड कायम किया है, इसे भी ‘वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड्स’ में जगह मिलनी चाहिए। जीके ने भारत सरकार के द्वारा किए जा रहे इस भव्य आयोजन के लिए सरकार का धन्यवाद करते हुए सरकार को इनसे सावधान रहने की अपील भी की। क्योंकि आपने लालच में यह सरकार की छवि को खराब कर सकतें हैं।