राष्ट्रीय सैनिक संस्था एनसीआर के संयोजक राजीव जोली खोसला ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह जी के 115 में जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर s s s निर्माण विहार में मैं बड़े धूमधाम से मनाया जिसमें मुख्य अतिथि शहीद अशफाक उल्ला खां के वंश से माननीय अशफाक उल्ला खान जी और दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर डॉ सपना बंसल जी व राहुल इंकलाब जी क्रांतिकारी शोधकर्ता ने भाग लिया आज एक प्रश्न हमारे मन में उठता है क्या हम आजाद हैं ?
इसके मूल्य क्या हैं ?क्या आजादी केवल एक ‘सपना’ है इसका महत्व क्या है? आजादी क्या है ? आओ मिलकर सब विचार करें क्या अमर शहीद गरम दल क्रांतिकारियों ने आजादी के लिए अपनी जाने तक न्योछावर कर गए ¡ हंसते-हंसते फांसी पर चढ़ गए क्या उनका बलिदान व्यर्थ जाने दे क्या हमारे देश के प्रति कोई कर्तव्य नहीं है यह वीर पराक्रमी, देशभक्त तथा दृढ़ उत्साहित थे’ व विचारवान ,कर्मशील एवं देश के संजग रक्षक थे जरा सोचो विचारों का इतना घनघोर पतन दुनिया के सर्वोच्च कहे जाने वाले हम लोग आज निर्बल आसहाय यसनी यह और संस्कृति से विमुख हो चुके हैं आओ जाने सच में हमने क्या कुछ खो दिया क्या राष्ट्र फिर से अपना सम्मान पा सकेगा यह युवाओं का सपना है आज 130 करोड़ भारतीयों को यह मालूम नहीं कि आजादी दिलवाने वाले गरम दल क्रांतिकारी वीरों के सपने क्या थे
भारत को आजाद कराने के लिए उन्होंने ना हिंदू देखा ना मुसलमान, ना सीख ,ना ईसाई एक ही जुनून था भारत माता को आजाद कराना अंग्रेज फिरंगी को यहां से भगाना और आज युवा किस दिशा में जा रहा है क्या वह अपने राष्ट्र के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। भगत सिंह कहते थे आजादी का मतलब ये है कि इंसान द्वारा इंसान का शोषण जब तक जारी रहेगा तब तक हमें आज़ादी नहीं मिलेगा। सत्ता परिवर्तन के साथ साथ व्यवस्था परिवर्तन भी जरूरी हैं। हर व्यक्ति को भगत सिंह के तीन मुल मंत्र अपनाना चाहिए त्याग, सेवा और बलिदान जिससे हम एक सामाजिक वतन की और अग्रसर होंगे। राष्ट्रीय सैनिक संस्था और सहयोगी संस्थाएं भीम ब्रिगेड ,लोक सेवादार संस्था ,शाइनिंग स्टार , समर्पण सोशल वेलफेयर ट्रस्ट के सहयोग से कार्यक्रम या गए कार्यक्रम में उपस्थित उधार स्वतंत्रता सेनानी परिवार से सुखविंदर सिंह सिद्धू ,सुशील खन्ना, , चमन नागर डी के मेहंदी रता ,संगीतकार सुरेंद्र जी, लोकेश जी, समाज सेवक हुकम सिंह जी महेश जैन जी दक्ष गोयल ,शैल पासवान, रीमा जी ,त्रिवेणी जी ,बाल कलाकार वंशु मशहूर मॉडल हितेश शर्मा ने भगत सिंह जी के ऊपर 10 मिनट का नाट्य रूपांतर किया जिसे देख कर सब अचंभित रह गए मशहूर कलाकार अनीस दुर्रानी जी ने भी कर चले फिदा जाने वतन साथियों पर सबका दिल मोह लिया मशहूर शायर आरिफ देहलवी जीने गजल पड़ी कहां है आजादी से पहले वाला हिंदुस्तान हमें लौटा दो सोने की चिड़िया कहलाने वाला हिंदुस्तान संगीतकार सोनू चंदेल, दीपक जी ,अशोक जी ,और कंचन जी ने भी देश भक्ति के गाने गाए कार्यक्रम में आए देशभक्तों ने शहीद भगत सिंह जी को पुष्पांजलि अर्पित की