झाँसी-लोक एवं जनजाति कला को बढावा देने के लिए बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झाँसी द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान, लखनऊ के साथ एम. ओ. यू. किया गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह की उपस्थिति में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झाँसी तथा लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान के मध्य हुए एम. ओ. यू. में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम, लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान के निदेशक अतुल द्विवेदी तथा विश्वविद्यालय के कुलपति के प्रतिनिधि के रुप में सहायक अधिष्ठाता, छात्र कल्याण डाॅ. मुहम्मद नईम ने एम.ओ.यू. की प्रतियों का आदान-प्रदान किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने अपने सम्बोधन में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय की शैक्षिक उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए बुन्देलखण्ड परिक्षेत्र में लोक एवं जनजाति कला के संरक्षण के साथ-साथ बुन्देलखण्ड की ऐतिहासिक इमारतों, गढियों, किलों, प्राचीन परम्पराओं के संरक्षण की बात कही। उन्होनें कहा कि जब शिक्षण संस्थान शासकीय कार्यक्रमों से जुड जाते हैं, तो सफलता अतिशीघ्र मिलती है।
एम.ओ.यू. के विषय में अवगत कराते हुए कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय ने कहा कि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झांसी, लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान के साथ मिलकर बुन्देलखण्ड परिक्षेत्र की लोक संस्कृति, लोक परम्पराओं, ऐतिहासिक धरोहरों आदि के संरक्षण हेतु प्रयास करेगा। अधिष्ठाता, छात्र कल्याण प्रो. सुनील काबिया ने बताया कि आगामी माह में सांस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण केन्द्र, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार तथा लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान के सहयोग से बुन्देलखण्ड की कला, संस्कृति, लोक परम्पराओं आदि को सहेजने हेतु एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन किया जायेगा।