सांसद होने के नाते कंगना को भाषा व शब्दों का चयन सोच समझकर करना चाहिए: सरना
नई दिल्ली, 7 जून: शिरोमणि अकाली दल दिल्ली इकाई के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने सुरक्षा गार्ड महिला द्वारा नवनिर्वाचित भाजपा सांसद कंगना रनौत को थप्पड़ मारे जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कंगना रनौत को अपनी भाषा व शब्दों के चयन पर संयम रखना चाहिए।
यहां जारी बयान में सरदार सरना ने कहा कि कंगना रनौत द्वारा किसानों के संघर्ष के बारे मे जो भाषा इस्तेमाल की गई थी वह बेहद निंदनीय थी जिसके रोष में गार्ड महिला द्वारा थप्पड़ मारा गया क्योंकि किसान आंदोलन के दौरान उसकी माता जी भी संघर्ष में शामिल थी। उन्होंने कहा कि इस बात को समझना सभी के लिए आवश्यक है कि यह आतंकवाद या अलगाववाद का मुद्दा नहीं है, बल्कि मानवीय खींचतान के सामाजिक-आर्थिक संकट से उत्पन्न व्यवहार है।
सरना ने कहा कि कंगना ने किसान आंदोलन में बैठी महिलाओं को 100 रुपये की दिहाड़ी पर बैठने वाली महिलाएं कहकर संबोधित किया था। जिसके चलते सुरक्षा गार्ड महिला कुलविंदर कौर उनके मन में गुस्सा था क्योंकि उनकी मां भी धरने पर बैठी थीं। घटना के बाद कंगना ने पंजाब को लेकर जो बयान दिया है वह बेहद नफ़रत भरा है. भाजपा के पंजाब नेताओं और भाजपा में शामिल हुए तथाकथित सिख नेताओं को बताना चाहिए कि क्या वे अपने सांसद के इस बयान से सहमत हैं।