दिल्ली में पानी के संकट को लेकर बिजवासन और पालम के लोगों ने पूर्व सांसद के साथ ऐसे किया विरोध-प्रदर्शन,केजरीवाल पर लगाए ऐसे आरोप

दक्षिणी दिल्ली के पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी के नेतृत्व में बिजवासन और पालम विधान सभा के सैंकड़ों की संख्या में निवासियों व भाजपा कार्यकताओं ने पानी की गंभीर समस्या को लेकर दिल्ली जल बोर्ड कार्यालय द्वारका सेक्टर-20 पर भ्रष्ट केजरीवाल सरकार व टैंकर माफियाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

इस दौरान पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी ने सरकार की नाकामियों और जलबोर्ड में हुए भ्रष्टाचार के विषय में बताया। उन्होंने कहा कि पालम विधान सभा के कमांड टैंक-1 पालम में 12.4 MGD पानी आता है जबकि आवश्यकता 14.5 MGD पानी की है और कमांड टैंक-2 मधु विहार में 10.4 MGD पानी आता है आवश्यकता 11.6 MGD पानी की है। इसी प्रकार बिजवासन विधानसभा जिसमें वर्तमान समय में 5.4 MGD पानी की आवश्यकता है जहॉं दो तिहाई पानी आता है एक तिहाई पानी नहीं आता है, वर्ष 2014 में सांसद बनने पर सेक्टर-20 द्वारका कमांड टैंक शुरू करवाया गया था जिससे पानी मिलता है परन्तु बीते 10 वर्षों में इन क्षेत्रों की जनसंख्या काफी बढ़ी है जिसके मद्देनजर अब तक एक भी एमजीडी पानी की अतिरिक्त व्यवस्था केजरीवाल सरकार नहीं कर पाई है जिसका परिणाम हर वर्ष की तरह इस भीषण गर्मी में यहां के निवासियों को भुगतना पड़ रहा है।

बिधूड़ी ने बताया कि केजरीवाल वर्ष 2013 से झूठे वायदे कर लोगों को गुमराह करते रहे हैं कि हम दिल्ली में नल से जल प्रत्येक घर में पहुंचाएंगे, परन्तु 10 साल बाद भी आज पानी को लेकर लोगों की बदतर हालत कुछ और बयान कर रही है नल से जल तो दूर की बात है पानी की पूर्ति करने के लिए दोनों विधान सभाओं में लगाए गए लगभग 100 टैंकर जो क्षेत्रीय विधायकों और टैंकर माफियाओं की कमाई का साधन है जिन्हें लोगों की पानी की पूर्ति के लिए नहीं बल्कि पानी बैचकर अपनी जेब भरने के लिए लगाया गया है जिससे लोगों तक पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पहॅुच पाता है। बिधूड़ी ने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त केजरीवाल सरकार ने पिछले 10 वर्षों में पानी के पुख्ता इंतजाम हों, सही व्यवस्था हो यह प्रयास कभी नहीं किया। वर्ष 2014 में पूरी दिल्ली में 950 MGD पानी की व्यवस्था थी, आज 10 साल बाद 2024 में भी 950 MGD पानी ही है जो कि 10 सालों में बढ़ी दिल्ली की आबादी अनुसार पर्याप्त नहीं है। उन्होंने बताया की दिल्ली में वजीराबाद प्लांट जिसमें अत्यधिक मात्रा में गाद और मिट्टी जमी हुई है जिसकी कई वर्षों से साफ-सफाई ना होने के कारण ऐसे कई बड़े प्लांट अपनी क्षमतानुसार सही से कार्य नहीं कर रहे हैं, सरकार द्वारा इनकी अनदेखी कर व सरकार की नाकामियों के चलते दिल्ली में पानी का संकट खड़ा हो रहा है। बिधूड़ी ने बताया कि 2013 से पहले जो जलबोर्ड 600 करोड़ के फायदे में था वही जलबोर्ड आज 2024 में 70 हजार करोड़ के घाटे में चल रहा है जो कि केजरीवाल सरकार के जलबोर्ड में किए गए भ्रष्टाचार को दर्शा रहा है।

प्रदर्शन के पश्चात पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी ने स्थानीय लोगों के साथ अधिशाषी अभियंता दिल्ली जल बोर्ड को ज्ञापन सौंपा और लोगों की पानी की समस्या के शीघ्रातिशीघ्र समाधान की मांग की।

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