जब रातों को थिरकते हैं मर्द, नचनिया बुलाते हैं, छेड़छाड़ आम; बंदूक की नोक पर रेप का डर

‘पांच-छह साल की मेरी उम्र रही होगी। दो बहनें मुझसे बड़ी थीं। मैं बहनों की फ्रॉक…