wp-plugin-mojo
domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init
action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home4/twheeenr/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114The post कोई बना डॉक्टर तो कोई बना इंजीनियर, किसी ने बना डाली कंपनी, सालों बाद कुछ यूँ मिले डॉन बॉस्को स्कूल लिलुआ के पुराने छात्र appeared first on The News Express.
]]>
# डॉन बॉस्को एलुमनी, लिलुआ के मेगा रियूनियन में शामिल हुए सैकड़ो
# फादर मनोज जोस ने उपस्थित सभी लोगो का हार्दिक स्वागत किया एवं सभी को स्कूल की तरफ से अभिवादन किया गया
# पुराने स्कूल के दिनो को याद करके बहुत लोग भावुक हो गए । स्कूल की पुरानी यादें ताजा हो गई।
बचपन के दिनो की सुनहरी यादें तब ताज़ा हो उठीं जब करीब 850 पूर्व छात्र डॉन बॉस्को एलुमनी, लिलुआ के मेगा रियूनियन में शामिल हुए । ये दिन दशकों पुराने बैच के छात्रों द्वारा अविस्मरणीय एवं स्कूल की पुरानी यादों के साथ धूमधाम से मनाया गया। स्कूल के प्रिंसिपल फादर मनोज जोस की अनुप्रेरणा और सहयोग से मिलन समारोह स्कूल की पुरानी यादों के साथ धूमधाम से मनाया गया।
स्कूल के रेक्टर फादर डेविस ने अध्यक्ष विश्वनाथ त्रिवेदी और उनकी टीम की भूरी भूरी प्रशंसा की, उन्होंने पूर्व छात्रों द्वारा सामाजिक कार्यों और स्कूल के प्रति अपने दायित्व का भली भांति निर्वाह करने का आभार जताया। एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री विश्वनाथ त्रिवेदी के अनुसार इस दिन के कार्यक्रम का बहुत ही अविस्मरणीय रहा, इस समागम में 1950 से 2022 तक के पूर्व छात्र उपस्थित रहे, स्कूल असेंबली, प्रेयर, पुराने फादर गण, शिक्षक एवं पूर्व अध्यक्ष का अभिवादन किया गया।
इस कार्यक्रम में 1950 से 2020 तक के पासआउट छात्रों के हिस्सा लिया। कुल 26 राज्य और 12 देशों से लोग इस सम्मेलन का हिस्सा बने थे।
पत्रकार व शिक्षाविद मनोज कुमार शर्मा 1994 बैच के छात्र ने कहा, “ये बेहद ख़ुशी की बात है कि आज हम सभी साथी अपने उस स्कूल में आये हैं जहाँ हमारा बचपन बीता और सारा जीवन संवर गया। इतनी यादों का पिटारा है कि बता नहीं सकता। मैं उन चंद ख़ुशनसीब लोगों में हूँ जो अभी तक बचपन के दोस्तों के साथ है। इस रीयूनियन का आयोजन करने वाले उन सभी सहभागियों का आभार। फादर मनोज जोस का धन्यवाद।”
विश्वनाथ त्रिवेदी, अध्यक्ष, एलुमनाई संघ, ने कहा, “ये बेहद अच्छा अनुभव होता है जब आप बिछड़े हुए दोस्तों, और शिक्षकों से सालों बाद मिलते हैं। यहाँ जो ज्ञान और संस्कार हमें हासिल हुई वो जीवन भर हमारे साथ हैं। हमे आज उस क्लासरूम में जाने का अवसर मिला जिसमें हमारा बचपन बीता। पुराने शिक्षक, फादर और स्कूल के सभी पुराने स्टाफ से मिलकर हमारे पुराने दिन याद आ गए।”
स्कूल के पूर्व छात्र एवं बॉलीवुड के सिंगर सम्राट सरकार द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। फादर मनोज जोज ने उपस्थित सभी लोगो का हार्दिक स्वागत किया एवं सभी को स्कूल की तरफ से अभिवादन किया।
पुराने स्कूल के दिनो को याद करके बहुत लोग भावुक हो गए । स्कूल की पुरानी यादें ताजा हो गई।
डॉन बॉस्को एलुमनी लिलुआ सोसाइटी दो परमानेंट प्रोजेक्ट चलाती हैं, एडल्ट लिटरेसी एवं फ्री मेडिकल कैंप और फ्री मोतियाबिंद ऑपरेशन कैंप , इसके अलावा और भी सेवा मूलक कार्यक्रम करती रहती हैं।
The post कोई बना डॉक्टर तो कोई बना इंजीनियर, किसी ने बना डाली कंपनी, सालों बाद कुछ यूँ मिले डॉन बॉस्को स्कूल लिलुआ के पुराने छात्र appeared first on The News Express.
]]>