गाजियाबाद डासना”धूल चेहरे पर है और दर्पण तोड़कर खुद को साफ दिखाने की कोशिश कर रहा है मुस्लिम समाज।मैं शपथ लेकर यह कह रहा हूं की नूपुर शर्मा ने बाल बराबर भी झूठ या गलत नहीं बोला है।नूपुर शर्मा ने जो बोला है वो स्वयं इस्लाम की किताबो से सिद्ध हो जायेगा।इसके लिए जरूरी है की नूपुर शर्मा और मुझ पर देश की अदालतों में मुकदमा चलाकर यह तय किया जाए की हमने सच बोला है या झूठ।अगर नूपुर शर्मा की बात झूठ निकलती है तो हमे निसंदेह फांसी पर चढ़ा दिया जाना चाहिए परंतु यदि उसकी बात सच निकलती है तो इस बात पर इतना बवाल काटने के एक एक दोषी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी ही चाहिए।
मुस्लिमो की इन्ही नाजायज हरकतों के कारण आज मुस्लिम समाज सारी दुनिया में घृणा और तिरस्कार की नजरो से देखा जा रहा है।ये कभी भी किसी दूसरे की धार्मिक आस्थाओं का सम्मान नहीं करते और दूसरे से चाहते हैं की इनकी किताबो में भरी हुई गंदगी को साफ और शुद्ध मानकर उसका सम्मान करें।मैं मुस्लिम समाज को स्पष्ट बताना चाहता हूं की जितना सम्मान वो हमारी धार्मिक आस्थाओं का करेंगे,उतना ही सम्मान हम भी उनकी आस्था का करेंगे।अब इंटरनेट का जमाना है।अब कुरान और मोहम्मद की सच्चाई सारी दुनिया के सामने आ चुकी है।अब सारी दुनिया में मोहम्मद पर किताबे लिखी जा रही हैं,ऐसे में भारत को निशाना बना कर यहां के मुसलमान केवल अपनी असलियत जाहिर कर रहे हैं।अब हम इनके उन्माद और हिंसा से डरने वाले नहीं हैं।ये हमारा कत्ल तो कर सकते हैं पर हमे अब डरा कर चुप नही कर सकते।”
यह वक्तव्य आज उपजिलाधिकारी गाजियाबाद को अपना शपथ पत्र देते हुए श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर व शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी ने दिया।उन्होंने यह वक्तव्य प्रेस विज्ञप्ति और वीडियो के माध्यम से दिया।उपजिलाधिकारी विनय सिंह जी ने उनका यह शपथपत्र स्वयं शिवशक्ति धाम डासना में आकर लिया।शपथपत्र देते समय अनिल यादव और डा. उदिता त्यागी भी वहां उपस्थित थे। शपथपत्र के साथ ही महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने उपजिलाधिकारी महोदय को अली सीना द्वारा रचित अंडरस्टैंडिंग मोहम्मद सहित अनेक ऐसी पुस्तकें दी जिनके माध्यम से इस्लाम की सच्चाई को ठीक प्रकार से समझा जा सकता है।
शपथपत्र देते समय महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी ने यह भी कहा की कतर और ईरान जैसे कट्टर इस्लामिक देश पहले दुनिया को ये बताए की उन्होंने अपने देश में दूसरो की धार्मिक आस्थाओं का कितना सम्मान किया है।हमारे देवी देवताओं के अपमान की हर पराकाष्ठा को पार करने वाले मकबूल फिदा हुसैन को संरक्षण और सम्मान देने वाला कतर आज हमसे सवाल पूछने की हिम्मत कर रहा है,ये सौ करोड़ हिंदुओ के लिए डूब कर मर जाने की बात है।अब हमे इस तरह के घटिया मानसिकता वाले देशों को उनकी औकात बताने का कार्य करना चाहिए।
उन्होंने हिंदू समाज से सत्य और न्याय की लड़ाई में अपना साथ देने का आह्वान किया।