झांसी के ग्राम खेरी विकासखंड गुरसराय में ग्राम प्रधान एवं सचिव पर गौशाला के नाम पर 3लाख52हजार के भ्रष्टाचार का ग्रामीणों ने लगाया आरोप
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार लगातार भ्रष्टाचार पर लगाम कसने का भरसक प्रयास कर रही है परंतु कुछ जनप्रतिनिधि एवं कर्मचारी भ्रष्टाचारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं आपने भ्रष्टाचार के मामले तो तमाम सुने होंगे परंतु भ्रष्टाचार का कबूल नामा भी देख लीजिए !
ग्राम प्रधान खेरी ने स्वयं कबूल किया की अप्रैल यानी चैत्र से से 10 जुलाई तक गौशाला से गौवंश छोड़ दिये गए थे ग्राम वासियों के अनुसार एक भी गोवंश गौशाला में नहीं रहे तो गौशाला के नाम पर पैसे क्यों निकाले गए और वो पैसे कहाँ गए!
ग्राम वासियों के अनुसार अप्रैल से जुलाई के मध्य गौशाला के खाते में से किस्तों में क्रमशः 72000, 80000, 40000, 40000, 20000, 40000, 20000, 40000, सहित कुल 3लाख 52 हजार रूपये अलग अलग तिथियों में निकालकर ग्राम प्रधान एवं सचिव ने बंदरबांट कर लिए!
जब ग्राम वासियों ने इसकी शिकायत क्षितिज द्विवेदी (उप जिलाधिकारी गरौठा) से की तो उन्होंने इसकी जांच कराई जांच करने गई टीम में लेखपाल, कानूनगो ने सैकड़ों ग्राम वासियों के सामने श्री हनुमान मंदिर परसोकर धाम पर ग्राम प्रधान से सच बोलने के लिए कहा तो ग्राम प्रधान ने कबूल किया कि अप्रैल यानी चैत्र से 10 जुलाई के मध्य गौशाला के गौवंश छुट्टा कर दिए गए थे जिसका सीक्रेट वीडियो हमारी टीम ने बना लिया तत्पश्चात ग्राम प्रधान ने ग्राम वासियों के सामने लिखित में भी कबूल नामा लिखा कि 11 व 12 जुलाई से ही गौशाला में गोवंश की खानपान रहने की व्यवस्था की गई जिसमें अनेकों ग्राम वासियों की भी हस्ताक्षर हैं तथा गौशाला कर्मचारी ने भी गोपनीय कैमरे में स्वीकार कि कि चैत्र यानी अप्रेल में गौवंस छोड़ दिये गए थे अभी 10 जुलाई के लगभग पुनः गौशाला में गौवंस बंद किये गए ओर उनके खाने पीने की व्यवस्था की गई!अब देखना यह है कि इतने बड़े भ्रष्टाचार मैं विकासखंड के कौन-कौन से अधिकारी शामिल हैं मामला खुलने के बावजूद कोई कार्यवाही होती है या विकासखंड में बैठे अधिकारी इसमें लीपापोती का प्रयास करते हैं!
अगर विकासखंड में बैठे अधिकारियों की बात की जाए तो सरकारी निर्देश के बाद भी (खंड विकास अधिकारी) पत्रकारों का फोन रिसीव करना एवं किसी भी मामले में जबाब देना उचित नहीं समझते ! राहुल मिश्रा खंड विकास अधिकारी वर्तमान में विकास खंड गुरसराय एवं विकास खंड बामोर दोनों ब्लॉक का चार्ज संभाले हुए हैं अगर गहराई से जांच की जाए तो इस तरह के मामले अन्य कई ग्रामों में मिलने की संभावना है!हमारी तहकीकात जारी है!