जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने बीते 17 सालों से बिहार के सीएम की कुर्सी पर काबिज नीतीश कुमार के सुशासन के दावों की पोल खोलते हुए बड़ा हमला किया। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में आज दो नए उद्योग शुरू हो गए हैं, पहला शराब माफिया और दूसरा बालू माफिया। 5-7 वर्ष पहले इतने बड़े पैमाने पर ये नहीं थे, जितने कि आज हो गए हैं। बिहार में आज ये दोनों उद्योग बढ़िया से फल-फूल रहें हैं। राज्य में लाखों करोड़ों रुपए की शराब और बालू की लूट हो रही है और इसमें नीचे से ऊपर तक लोग मिले हुए हैं। शराब बंदी के नाम पर शराब की दुकान बंद तो है लेकिन शराब की घर-घर होम डिलीवरी हो रही है। यही स्थिति बालू की है जो जितना ताकतवर है, वो वहां से बालू उठा रहा है, आज कोई इसको रोकने वाला नहीं है। बालू माफिया ऐसे हैं जैसे जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली बात हो गई है। करोड़ों रुपए की लूट हो रही है और सरकार भी इसको रोक नहीं रही है। सरकार का इसमें हस्तक्षेप नहीं करना इस बात को दर्शाता है कि सरकार भी इस अवैध व्यापार में शामिल है।