झांसी|बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय ने पितृ विसर्जन के अवसर पर सात सांसदों की सांसदी का पिण्डदान कर पिण्डो का विसर्जन पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती द्वारा गोद ली गयी गन्दगी से बजबजाती बदबू मारती हुई पहूज नदी के धोवी घाट पर किया।
जिन प्रतिनिधियो पर जनता ने विस्वास किया उस जनता का विश्वास तोड़ा है। अपनी जन्मभूमि का इन सांसदों का कर्ज था उस जन्मभूमि से बुंदेलखंड प्रथक राज्य निर्माण की मांग नहीं करके गद्दारी की, ऐसे लोगों को सांसद जैसे पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं, इसलिए तर्पण कर जीवन मैं सांसद जैसे पद पर बुंदेलखंड पृथक राज्य पर मौन साधने बाले कभी आसीन ना हो सकें जिससे अब कभी बुन्देलखण्ड की जनता छली ना जा सके।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राजनाथ सिंह एवं उमा भारती द्वारा तीन साल के भीतर बुंदेलखंड राज्य निर्माण का झूठा वादा व गृह मंत्री अमित शाह द्वारा अवैध खनन रोक कर हर बुन्देली को एक मारुती कार देने का झूठा वादा कर बुंदेली जनता का उपहास उड़ाया गया सुश्री उमा भारती ने तो झांसी में पृथक हाईकोर्ट का भी बादा भी एक कदम आगे बढ़कर विद्वान अधिवक्ताओं के साथ भी छल किया।
सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल द्वारा लोक सभा में राज्य निर्माण के पक्ष में जो बोला वो भी दिखाया गया। साथ ही केंद्रीय मंत्री ज्योति निरंजन, सांसद प्रज्ञा ठाकुर, सांसद साक्षी महाराज ने बुंदेलखंड राज्य निर्माण के पक्ष में दिए गए ब्यान व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, सांसद मुलूक नागर द्वारा पश्चिम प्रदेश एवं ओम प्रकाश राजभर द्वारा पूर्वांचल प्रदेश के पक्ष में दिए गए ब्यान की वीडियो दिखाई गई।
जिन सांसदों की सांसदी का पिण्डदान कर पिण्डो का विसर्जन किया वे सांसद प्रहलाद पटेल, बीरेंद्र खटीक, भानू वर्मा, विष्णूदत्त शर्मा, अनुराग शर्मा, राजबहादुर सिंह एवं आर के पटेल है।
आठवीं सांसद संध्या राय की चुप्पी से मोर्चा संतुष्ट नहीं है पर हम बुन्देली योद्धा महारानी लक्ष्मी बाई जी के वंसज होने के नाते व मातृ शक्ति का सम्मान करने की वजह से उनकी सांसदी का पिंड दान नहीं कर रहे है पर मोर्चा पुरा प्रयास करेगा की वे भी आगामी लोक सभा का चुनाव न जीतने पाए।
पिंडदान करने वालो में एडवोकेट अशोक सक्सैना, रघुराज शर्मा, गिरिजा शंकर राय, अनिल कश्यप, हनीफ खान, गोलू ठाकुर, प्रदीप गुर्जर, गोविन्द सोनकर, प्रेम सपेरा, शंकर रायकवार, देवेन्द्र रायकवार, विक्की रायकवार, कुँअर बहादुर आदिम, जगमोहन मिश्रा, नरेश वर्मा, प्रभु दयाल कुशवाहा आदि उपस्थित रहे।