लोकेशन-पटना बिहार
रिपोर्टर-दिलीप कुमार
पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने सातवें चरण की शिक्षक भर्ती की मांग करने वाले अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की है। साथ ही उन्होंने शिक्षक नियुक्ति में विलम्ब के लिए सीधी तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार माना है। सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार 15 साल से मुख्यमंत्री हैं और शिक्षा विभाग लगातार उनकी पार्टी जदयू के पास रहा, इसलिए उन्हें अपनी नाकामी स्वीकार करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि छात्रों की जायज मांग को अविलम्ब पूरा करने के बजाय नीतीश सरकार ने नौकरी मांगने वाले छात्रों की पिटाई कराई है। जिस एडीएम ने यह बर्बरता की, उसे निलम्बित किया जाना चाहिए। मोदी ने कहा कि कारतूस-प्रेमी नये शिक्षा मंत्री 20 लाख लोगों को नौकरी देने का वादा करते हैं, जबकि शिक्षक की नौकरी मांगने वालों पर डंडे बरसाये जाते हैं।