नई दिल्ली, 28 अप्रैल, 2022- दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कोविड-19 की ड्यूटी के दौरान कोरोना की वजह से अपनी जान गंवाने वाले डॉक्टर मिथिलेश कुमार सिंह और सरकारी डिस्पेंसरी में कार्यरत मुनीश देवी के परिजनों से मुलाकात की। इन कोरोना योद्धाओं के परिजनों को दिल्ली सरकार की तरफ से एक-एक करोड़ रुपए की सहायता राशि का चेक सौंपा। साथ ही स्वर्गीय डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह की पत्नि को मोहल्ला क्लिनिक में नौकरी देने की घोषणा की। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि डॉ. मिथिलेश दिल्ली के महाराजा अग्रसेन अस्पताल में कोरोना मरीजों की सेवा कर रहे थें। वहीं, मुनीश देवी तीमार्पूर डिस्पेंसरी में नर्स के पद पर कार्यरत थीं। कोविड-19 की ड्यूटी करते हुए वे कोरोना से संक्रमित हो गए थे और लोगों की सेवा करते हुए निधन हो गया। भले ही अनुग्रह राशि परिवारों को हुए नुकसान की भरपाई नहीं कर पाएगी, लेकिन मुझे उम्मीद है कि परिजनों को इस आर्थिक मदद से थोड़ी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि कई कोरोना योद्धाओं ने मानवता और समाज की सेवा करते हुए अपने जिंदगी गवा दी। हम दिल से उनकी मेहनत और महामारी से जंग लड़ने के लिए उनके जज्बे को सलाम करते हैं। दिल्ली सरकार कोविड के दौरान लोगों की सेवा करते हुए, कोरोना संक्रमित होने पर अपनी जान गंवाने वाले 29 कोरोना योद्धाओं के परिजनों को अब तक एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दे चुकी है।
कोरोना योद्धाओं के परिजनों से मिलने उनके घर पहुंचे सत्येंद्र जैन
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन आज कोरोना योद्धा स्वर्गीय मुनीश देवी के परिवार से मिलने बाहरी दिल्ली के खेड़ा कलां गांव में उनके घर पहुंचे। मुनीश देवी का कोरोना महामारी में ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित होने से 29 अप्रैल 2021 को निधन हो गया था। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मुनीश देवी के पूरे परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी और भविष्य में भी जरूरत पड़ने पर हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री रोहिणी में कोरोना योद्धा स्वर्गीय डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह के परिजनों से मिलने उनके घर पहुंचे। परिजनों को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि दी। साथ ही स्वर्गीय डॉ. मिथिलेश की पत्नी डॉ. संगीता को मोहल्ला क्लिनिक में नौकरी दिलाने और भविष्य में भी उनके परिवार की हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि महाराजा अग्रसेन अस्पताल में कार्यरत डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह की मौत कोरोना संक्रमित होने के चलते 13 जून 2021 को हुई थी। अस्पताल में कोविड-19 मरीजों की ड्यूटी करते हुए उन्होंने अपनी जान गंवा दी थी। उनकी जान की कीमत नहीं लगाई जा सकती है लेकिन यह राशि उनके परिवार के उज्वल भविष्य को तय करने में मदद करेगी। केजरीवाल सरकार की तरफ से हम उनके परिवार को सिर्फ एक आर्थिक मदद दे रहे हैं ताकि उनके परिजनों को इस राशि से थोड़ी राहत मिल सके।
दिल्ली सरकार कोरोना योद्धाओं के परिजनों की मदद के लिए हमेशा उनके साथ है
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच जनता की सेवा के लिए डॉक्टरों, नर्सों और कर्मचारियों ने परिजनों से दूरियां बनाते हुए मरीजों के इलाज के लिए 24 घंटे सेवाएं दी। इस बीच कई कोरोना योद्धा खुद कोरोना संक्रमित हुए और अपनी जान तक गवां दी। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति मिले। महामारी में जान गंवाने वाले कोरोना योद्धाओं के परिजनों को आश्वासन दिया है कि उनकी मदद के लिए दिल्ली सरकार हमेशा उनके साथ है। दिल्ली सरकार अभी तक इस तरह के 29 कोरोना योद्धाओं के परिवार को एक-एक करोड़ रुपए दे चुकी हैं। हम अपने सभी कोरोना वारियर्स का आभार व्यक्त करना चाहते हैं, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की सेवा की है।दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कोरोना महामारी के दौरान अस्पताल में अपनी सेवा देते हुए डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह जी का निधन कोरोना की चपेट में आने से हुआ। आज उनके परिवार वालों से मिला और मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल जी के आदेश अनुसार उन्हें एक करोड़ की सम्मान राशि प्रदान की। देश सदैव उनकी सेवा के लिए ऋणी रहेगा।’’ एक अन्य ट्वटी में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘‘स्वर्गीय श्रीमती मुनीश देवी जी का निधन कोरोना महामारी के दौरान ड्यूटी करते वक्त कोरोना की चपेट में आने के कारण हुआ। आज उनके परिवार वालों से मिलकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के आदेशानुसार उन्हें एक करोड़ की सम्मान राशि प्रदान की और भविष्य में हर प्रकार की मदद करने का आश्वासन दिया।
’’लोगों की सेवा में जान गंवाने वाले कोरोना योद्धाओं के बारे में
स्वर्गीय मुनीश देवी
मूलरूप से दिल्ली निवासी कोरोना योद्धा स्वर्गीय मुनीश देवी दिल्ली के तीमार्पूर स्थित डिस्परेंसरी में नर्स के पद पर नियुक्त हुई थीं। वह दिल्ली के विभिन्न इलाकों में वैक्सीनेशन और कोरोना मरीजों की देखभाल में अपनी सेवाएं दे रही थीं। उन्होंने कोरोना काल के दौरान पूरी जिम्मेदारी के साथ ड्यूटी की। लॉकडाउन के दौरान भी कंटेनमेंट जोन और होम क्वारंटीन में रह रहे लोगों तक अपनी सेवाएँ पहुंचाई। इस बीच वह कोरोना संक्रमित हो गई। 15 अप्रैल 2021 को उन्हें दिल्ली के अंबेडकर अस्पताल में भर्ती किया गया। सांस लेने में परेशानी होने और लगातार फीवर रहने के चलते 29 अप्रैल 2021 को उनकी सांसे थम गई। उनके परिवार में उनका पति और एक बेटा है। पति जितेंद्र राणा सरकारी नौकरी करते हैं और 17 साल का बेटा मां के डॉक्टर बनने के सपने को पूरा करने के लिए तैयारी कर रहा है।
स्वर्गीय डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह
जहां कोरोना की दूसरी लहर से हर कोई चिंतित था। वहीं, महाराजा अग्रसेन अस्पताल में तैनात डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह अपनी जान को जोखिम में डालते हुए दिन रात मेहनत कर मरीजों की जान बचाने का प्रयास कर रहे थें। लेकिन कोविड वार्ड में ड्यूटी के दौरान वे कोरोना की चपेट में आ गए। स्वास्थ्य खराब के चलते 27 अप्रैल 2021 को उन्हें महाराजा अग्रसेन अस्पताल में भर्ती कराया गया। करीब 48 दिनों तक आईसीयू में रहने के बावजूद डॉक्टर उन्हें बचा नहीं पाए। 13 जून 2021 को उनका निधन हो गया। उनके परिवार में उनकी पत्नि और दो बच्चें है। पत्नी डॉ. संगीता पहले दिल्ली के अस्पताल में डॉक्टर के पद पर तैनात थी, लेकिन बच्चों की परवरिश के लिए नौकरी छोड़ दी। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह की पत्नी डॉ. संगीता को मोहल्ला क्लिनिक में नौकरी दिलाने का वादा किया है।
”अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या सामान्य, घबराने की जरूरत नहीं”- सत्येंद्र जैन
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि दिल्ली में सभी लोगों को वैक्सीनेशन लग चुकी है। भले ही कोरोना के मामले आ रहे है लेकिन कोई भी गंभीर मरीज नहीं है। कल करीब 1200 केस आए थे पर अस्पतालों में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या बेहद कम है। जहां एक्टिव केस 5 हजार के आसपास है। वहीं, अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या 100 से भी कम है। जब पहले 5 हजार एक्टिव केस थे, तो लगभग 1200 या 1500 मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे थे। अब अस्पतालों में 10 गुना कम एडमिशन हो रहे है। सीरो सर्वे में यह सामने आया था कि बच्चों को बड़ों के बराबर ही इंफेक्शन था और बहुत कम बच्चे अस्पताल में भर्ती हुए थे। ऐसे में ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है।
”सरकार हर स्थिति पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए है”- सत्येंद्र जैन
सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार स्थिति पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए है। सरकार ने पहले से ही हमने अपने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को पूरी तरह से दुरुस्त कर लिया है। दिल्ली सरकार ने 10 हजार बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित किए है। हम हर परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। दिल्ली सरकार की तरफ से सरकारी अस्पतालों में लोगों को जल्द ही प्रीकॉशन डोज मुफ्त में लगाई जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने लोगों से जल्द से जल्द वैक्सीनेशन लगवाने की अपील करते हुए कहा, “इलाज से बेहतर रोकथाम है। जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं ली है या सिर्फ पहली डोज ही ली है, उन सभी को जल्द से जल्द अपने नजदीकी स्वास्थ्य सुविधा केंद्र में जाकर वैक्सीन लगवाना चाहिए। घर से बाहर निकलते वक्त मास्क पहनकर निकलें, इससे ज़्यादातर मामलों को रोका जा सकता है।