छतरपुर आया नगर के सरकारी स्कूल के छात्रो ने कांग्रेस पूर्व नि.पा.के साथ दिल्ली सरकार के शिक्षा मोडल की बताई कमियां

 

देश की राजधानी दिल्ली में वैसे तो दिल्ली सरकार की तरफ से शिक्षा को लेकर तमाम बड़े-बड़े दावे और वादे किए जाते हैं बड़े-बड़े पोस्टर और होर्डिंग बैनर और टीवी एडवर्टाइज के जरिए स्कूलों की तस्वीरो को दिखाया जाता है राजधानी दिल्ली में कुछ ऐसे भी स्कूल है जहां पर छात्रों की शिकायत कई बार से लगातार आ रही है दरअसल मामला दिल्ली के छतरपुर विधानसभा क्षेत्र के आया नगर में स्थित गवर्नमेंट स्कूल का है पास में ही गर्ल्स स्कूल है और बॉयज स्कूल है लेकिन छात्रों के साथ स्कूल में भेदभाव किया जा रहा है छात्रों को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है छात्र गंदा पानी पीने पर मजबूर है स्कूल के अंदर बाथरूम की भी साफ-सफाई नहीं होती इतना ही नहीं एक क्लास के अंदर 70-80 बच्चे बैठ रहे हैं टीचरों की कमी है क्लासरूम भी कम है 2016 में स्कूल की नई बिल्डिंग बनाने का टेंडर पास हो गया था लेकिन आज 2022 हो गई अभी तक कोई नई बिल्डिंग नहीं बनी

स्कूल के बाहर आया नगर से कॉंग्रेस के पूर्व निगम पार्षद वेद पाल लोहिया ने स्कूल में हो रही असुविधा को लेकर सैकड़ों की संख्या में छात्र और अभिभावकों ने प्रदर्शन किया वहीं छात्रों का कहना है कि दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री से हम यह पूछना चाहते हैं कि क्या कोई दिल्ली का एमएलए या मंत्री या खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का बेटा किसी सरकारी स्कूल में पढ़ रहा है जो लोग ढिंढोरा पीट रहे हैं किसी नेता या एमएलए का कोई बेटा अगर सरकारी स्कूल में पढ़ रहा हो तो हमें बताएं हमारे पास इतने पैसे नहीं हैं हम सरकारी स्कूल में पढ़ाने पर मजबूर है लेकिन एक क्लास में 70-80 बच्चे बैठ रहे हैं बच्चों में झगड़ा भी होता है टीचरों की कमी है और सिर्फ केजरीवाल जी एडवर्टाइज टीवी अखबारों में अपना विज्ञापन देते हैं बच्चों को पीने के लिए साफ पानी नहीं है टीचरों के लिए आरो का पानी है लेकिन बच्चे नॉर्मल पानी पीने पर मजबूर है कई बच्चे तो बीमार भी हो चुके हैं

वही स्कूल में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स ने भी बताया कि क्लास के अंदर लड़ाई झगड़ा भी होता है कोई देखने वाला नहीं है बड़े बच्चे छोटे बच्चों के साथ मारपीट करते हैं पीने के लिए साफ पानी नहीं है घर से पानी भर कर लाना पड़ता है यहां पर जो आरो का पानी है उसे सिर्फ टीचर ही पीते हैं बच्चों को पीने की इजाजत नहीं है बाथरूम में काफी गंदगी रहती है बिल्डिंग भी झज्जर हालत में है नई बिल्डिंग बन नहीं रही है हम काफी मजबूर हैं और कई छात्राएं ने तो यह भी बताया कि पहले वह इंग्लिश में पढ़ाई करती थी लेकिन इस बार उन्हें जबरदस्ती हिंदी मीडियम में ढकेल दिया गया है जबरदस्ती सब्जेक्ट पर जा रहे हैं छात्र अपनी मर्जी से सब्जेक्ट नहीं ले पा रहे हैं इन तमाम समस्याओं को लेकर गवर्नमेंट स्कूल के बाहर आया नगर से कॉंग्रेस के पूर्व निगम पार्षद वेद पाल लोहिया और छात्रों ने दिल्ली सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की

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