गया जिला संवाददाता नीरज कुमार यादव
बिहार पुलिस ने ‘मुखबिरी’ करने वालों को जबरदस्त ऑफर दिया है. राज्य में अवैध शराब, अवैध रेत खनन, सोशल मीडिया पर नफरत भरे संदेश फैलाने वाले और साइबर धोखाधड़ी करने वालों के बारे में पुलिस को जानकारी देने वाले ‘मुखबिर’ को नकद इनाम दिया जाएगा. ये इनाम 25 हजार से लेकर 3 लाख रुपए तक हो सकता है. बिहार पुलिस का कहना है कि अपराधियों का सुराग लगने से क्राइम कंट्रोल किया जा सकता है और ऐसे समाज विरोधी तत्वों की गिरफ्तारी में बड़ी मदद मिल सकेगी।
राज्य के गृह विभाग की तरफ से इस संबंध में मंगलवार एक पत्र जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि जनता, विशेषकर गुप्त मुखबिरों की भूमिका महत्वपूर्ण है. सर्कुलर में कहा गया है, पुलिस उन लोगों को पुरस्कृत करेगी जो अवैध रेत खनन में शामिल अपराधियों, अवैध शराब बेचने वाले, साइबर अपराधियों, नफरत और माहौल खराब करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करने वाले व्यक्तियों/संगठनों को पकड़वाने में मदद करेंगे।।
आदेश के मुताबिक, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) 3 लाख रुपये तक के इनाम की घोषणा कर सकते हैं. लेकिन अगर इनाम 3 लाख रुपये से ज्यादा है तो अंतिम निर्णय डीजीपी की सिफारिशों के आधार पर गृह विभाग द्वारा लिया जाएगा. आदेश में कहा गया है, इसी तरह, अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) 1 लाख रुपये तक के इनाम की घोषणा कर सकते हैं और आईजी रैंक के अधिकारी 50,000 रुपये तक के इनाम की घोषणा कर सकते हैं. एसपी 25,000 रुपये तक के इनाम की घोषणा कर सकते हैं।
इसके अलावा, शासन ने भागलपुर, सारण, नवादा, रोहतास, औरंगाबाद, भोजपुर और गया के जिलाधिकारियों को अवैध रेत खनन पर कार्रवाई तेज करने का निर्देश दिया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पटना, भोजपुर, रोहतास, औरंगाबाद, सारण और वैशाली जिलों में रेत माफियाओं के हौसले बुलंद देखने को मिल रहे हैं. यहां पुलिसकर्मियों और वरिष्ठ अधिकारियों को घायल करने के हिंसक हमले बढ़ते जा रहे हैं.