ई पी टी प्लांट की शर्त रद्द, डी डी ए सिक्योरिटी शुल्क 66 रू से 15 रू वर्गमीटर, सिंगल विंडो सिस्टम का ऐलान
नई दिल्ली 6 अगस्त- आज दिल्ली के उपराज्यपाल श्री वी के सक्सेना से रामलीला महासंघ का एक प्रतिनिधिमण्डल महासंघ के प्रेसीडेंट अर्जुन कुमार, सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, दिल्ली भाजपा के प्रेसिडेंट आदेश गुप्ता के नेतृत्व में मिला। महासंघ के प्रेजिडेंट अर्जुन कुमार के मुताबिक़ करीब पचास मिनट चली इस मीटिंग में उपराज्यपाल के आदेश पर डी डी ए, एम सी डी, पी डब्लू डी, दिल्ली पुलिस आदि विभागो के आला अधिकारी भी इस मीटिंग में शामिल थे, । महासंघ के पदाधिकारियों की समस्याए, मुश्किले सुनने के उपरांत उपराज्यपाल महोदय ने दिल्ली में होने वाली 650 से अधिक रामलीला क्मेटियों के लिए कई रियायते देने का ऐलान किया।
अर्जुन कुमार के मुताबिक़ उपराज्यपाल ने हमारी प्रमुख मांग लीला ग्राउंड में मांग ई पी टी प्लांट नहीं लगाने के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए ई पी टी प्लांट नहीं लगाने की छूट दी। साथ ही इस वर्ष डी डी ए द्वारा लगाई गए सिक्योरिटी शुल्क को 66 रू प्रति वर्ग मीटर से घटा कर सिर्फ 15 रू प्रति वर्ग मीटर करने का भी ऐलान किया साथ ही सफाई शुल्क को घटा कर 2 रू 75 पैसे प्रति वर्ग मीटर कर दिया। इतना ही नही उपराज्यपाल ने ई टी पी प्लांट के लिए लीला कमेटी वालो को एकमुश्त 5 लाख रु की राशि जमा कराने के आदेश को भी रद्द करके लीला क्मेतियो को बड़ी राहत दी।
सांसद प्रवेश वर्मा के मुताबिक उपराज्यपाल ने मीटिंग में मौजूद सभी प्रमुख सरकारी विभागों के आला अधिकारियों को निर्देश दिया कि बिजली, पानी, ग्राउंड, सुरक्षा और लीला ग्राउंड में सम्पूर्ण सफाई व्यवस्था आदि के इंतजामों के लिए जल्दी ही सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया जाए, ताकि लीला कमेटी वालो को अलग अलग विभागो में चक्कर न लगाने पड़े।
दिल्ली भाजपा के प्रेसीडेंट आदेश गुप्ता और महासंघ अर्जुन कुमार ने बताया कि उपराजपाल महोदय ने रामलीलाओ के साथ शुरू हो रहे फेस्टिवल सीजन विजय दशमी, जन्मष्टमी, दीवाली, ईद, आदि फेस्टिवल सीजन में दिल्ली वासियों को सभी सुविधाएं सुचारू रूप से प्रदान करने के लिए सभी सरकारी विभागों को आपस मे तालमेल करने का भी सुझाव दिया।
रामलीला महासंघ के इस प्रतिनिधि मण्डल ने जनरल सेक्रेटरी सुभाष गोयल के अलावा कुल भूषण आहूजा, गुलशन विरमानी, महेंद्र नागपाल, धीरज गुप्ता, सहित कई लीला क्मेटियो के आयोजक शामिल रहे।