झांसी अनैतिक कार्यो के कारण श्री दुर्गा उत्सव महासमिति से बाहर किए गए एक पदाधिकारी द्वारा महासमिति के हुए चुनाव के बाद चुने हुए पदाधिकारियों को धमकाये जाने तथा शोभा यात्रा संयोजक को जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। इस मामले को लेकर महासमिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर पूरे प्रकरण से अवगत कराते हुए कार्रवाई किए जाने की मांग की। प्रतिनिधि मंडल ने यह भी आशंका जताई कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो निष्कासित किए गए पदाधिकारी द्वारा दुर्गा उत्सव के दौरान कोई भी अप्रिय घटना को अंजाम दिया जा सकता है। बताते चलें कि श्री दुर्गा उत्सव महासमिति के पदाधिकारियों का हाल ही में चुनाव हुआ है, जिसमें पुरुषोत्तम स्वामी को अध्यक्ष, विनोद अवस्थी को महामंत्री, पीयूष रावत को शोभा यात्रा संयोजक सहित अन्य पदाधिकारियों को मनोनीत किया गया है। इसके पूर्व इस महासमिति में खुद को हिंदूवादी नेता बताने वाले अंचल अड़जरिया को पदाधिकारी बनाया गया था, जो पिछले 3 वर्ष से महासमिति में पदाधिकारी के रूप में कार्यरत थे।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि पिछले 3 वर्षों में अंचल द्वारा महासमिति की आड़ में अनैतिक कार्य किए गए तथा लोगों से धन वसूली की गई। इस सबकी जानकारी उजागर होने पर उन्हें महासमिति से बाहर कर दिया गया, जिस पर उन्होंने वर्तमान चुने हुए पदाधिकारियों को धमकाना शुरू कर दिया। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि शोभायात्रा संयोजक पियूष रावत को अंचल द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई। एसएसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में प्रतिनिधिमंडल ने अंचल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की।ज्ञापन में उपस्थित दुर्गा महासमिति के पदाधिकारी मुकेश अग्रवाल संजीव तिवारी आलोक चतुर्वेदी, राजेश विरथरे, अमर सिद्ध, संजीव अग्रवाल लाला समीर तिवारी एडवोकेट, अजय मिश्रा नरेंद्र अग्रवाल जयदीप खरे अरुण साहू अभिषेक साहू सत्येन्द्र गोस्वामी,संजय खटीक अमन मिश्रा अतुल मिश्रा मार्तंड स्वामी, पहलाद साहू, राकेश त्रिपाठी,विकास अवस्थी ,अमन मिश्रा ,पवन गुप्ता कुलदीप अवस्थी मुकेश सिंघल, आदि उपस्थित रहे