यूपी के हाथरस में संत भोले बाबा के सत्संग में आए 116 से ज्यादा श्रद्धालुओं की जान चली गई. इस हादसे के बाद यूपी पुलिस ने जांच शुरू कर दी. फिलहाल बाबा कहां हैं ये अभी तक पता नहीं चल पाया है. हालांकि शुरुआती जांच के बाद संत भोले बाबा के काले कारनामों की परत खुल रही है. इन पर यौन शोषण समेत पांच अन्य गंभीर मुकदमें दर्ज हैं. आगरा में एक बच्ची की मत्यु हुई थी उस वक्त बाबा ने दावा किया था कि मैं बच्ची को जिंदा कर दूंगा तब बाबा पर केस हुआ था
सूरज पाल सिंह बाबा का असली नाम है. संत से पहले भोले बाबा पुलिस विभाग में कांस्टेबल की नौकरी करते थें. 1990 के आसपास इन्होंने पुलिस कीनौकरी छोड़ दी थी. जानकारी के मुताबिक बाबा को किसी मामले में जेल भी जाना पड़ा था. जेल से छूटने के बाद वह अपना नाम और पहचान बदलकर बाबा बन गया था.स्वयंभू भोले बाबा, बाबा साकार हरि के नाम से भी जाना जाता है. 26 साल पहले गांव से शुरुआत करने वाले बाबा ने अपना वर्चस्व इतना बढ़ा लिया है कि अब बड़े-बड़े नेता भी इनके दरबार में हाजिरी लगाते हैं. अब बाबा का पुराना सियासी कनेक्शन भी सामने आया है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बाबा के सत्संग में शामिल होते रहे हैं. पिछले साल जनवरी में सपा मुखिया अखिलेश भी बाबा के सत्संग में शामिल हुए थें और सोशल मीडिया पर बाबा का गुणगान करते हुए एक पोस्ट भी शेयर किया था.
वीआरएस लेकर अध्यात्म से जुड़े बाबा अपना नाम बदलकर लोगों को साकार विश्व हरि की जय-जयकार करने के लिए प्रेरित करने लगे. भोले बाबा के अनुयायी उन्हे भगवान मानते हैं. और ये दावा करते हैं कि उनका परमात्मा से साक्षात्कार हो चुका है. पश्चिमी यूपी के अलावा हरियाणा, राजस्थान और मध्यप्रदेश में भी बाबा के अनुयायियों की संख्या लाखों में बताई जाती है|