आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के चरणों की वन्दना के लिए निकले श्रद्धालु

● अंतरिक्ष पार्श्वनाथ शिरपुर महाराष्ट्र में विराजमान हैं संत शिरोमणि
● इस युग के भगवान को झाँसी आगमन हेतू किया जाएगा श्रीफल भेंट
● इसके पहले सन 1987 में हुआ था आचार्यश्री का झाँसी की वीरभूमि में आगमन
● दि. जैन पंचायत अध्यक्ष के नेतृत्व में निकले पदाधिकारी व समाजसेवी

झाँसी: चलते फिरते तीर्थ, इस युग के भगवान,धरती के देवता संत शिरोमणि आचार्यश्री विद्यासागरजी महामुनिराज के चरणों की वन्दना करने के लिए झाँसी नगर से दिगम्बर जैन पंचायत समिति के अध्यक्ष अजित जैन के नेतृत्व में पंचायत के पदाधिकारियों व समाजसेवियों का एक प्रतिनिधि मंडल श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ तीर्थक्षेत्र शिरपुर महाराष्ट्र के लिए रवाना हुआ।प्रतिनिधि मण्डल में पंचायत अध्यक्ष अजित जैन सहित करगुंवा मंत्री संजय सिंघई, प्यावलजी मंत्री खुशाल जैन,समाजसेवीगण मनोज सिंघई पुलक जन चेतना मंच मुख्य शाखा के अध्यक्ष दिनेश जैन डीके,अरविंद जैन कामरेड,कमलेश जैन रोहित गारमेंट्स, अलंकार जैन मऊ, शरद जैन चाचा, आशीष जैन माची,नीतेश जैन बीड़ी वाले,गौरव जैन नीम,सौरभ जैन सर्वज्ञ,श्रीमति सुशीला जैन,मंजू जैन कटरा,कल्पना जैन पापड़,सारिका सिंघई,नेहा जैन,मनीषा सिंघई शामिल हैं।

इस अवसर पंचायत अध्यक्ष अजित जैन ने कहा कि अंतरिक्ष पार्श्वनाथ अतिशय क्षेत्र पहुँचकर झाँसी नगर की सुख शान्ति व समृद्धि के लिए एवं समाज के खुशहाली के लिए प्रभु के चरणों मे विशेष पूजन अर्चन के साथ प्रार्थना की जाएगी एवं समस्त झाँसी जैन समाज की ओर से वर्तमान के वर्धमान छोटे बाबा आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के चरणों में श्रीफल भेंट कर झाँसी नगर के श्री १००८ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र साँवलिया पार्श्वनाथ करगुंवाजी आगमन हेतू विनम्र निवेदन प्रार्थना अनुनय विनय की जाएगी। इस अवसर पर चातुर्मास के मंच संचालक व युवा समाजसेवी सौरभ जैन सर्वज्ञ ने बताया कि सच्चे जैनी के जीवन मे तीन वंदना करना बहुत आवश्यक हैं,उत्तरभारत में स्थित शाश्वत तीर्थराज सम्मेदशिखर जी की वंदना,दक्षिण भारत के श्रवणबेलगोला स्थित श्री गोमतेश्वर बाहुबली की वन्दना एवं मध्यभारत मे विराजमान इस युग के भगवान,धरती के देवता, चलते फिरते तीर्थ संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के दर्शन वन्दना करना महापुण्य का कार्य हैं।

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