बाजारों से चाइनीज राखियां गायब हैं क्योंकि भारत में बनी राखियों की मांग ज्यादा है। यही नहीं इस बार तो बहनें रक्षाबंधन पर दिल खोल कर खर्च करने के मूड में दिख रही हैं तभी तो इस बार डायमंड राखियों की खूब मांग दिख रही है।
रक्षा बंधन का त्योहार आने वाला है। दो साल बाद देश में कोरोना की स्थिति काबू में है इसीलिए इस बार त्योहारों पर चहल-पहल भी पहले जैसी देखने को मिल रही है।
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आपको याद होगा साल 2020 और 2021 का रक्षा बंधन वीडियो कॉल या अन्य वचुर्अल माध्यम से मनाया गया क्योंकि कोरोना का कहर ऐसा था कि सब ओर त्राहिमाम था। राखियां भी बहनों ने बाजार में जाकर खुद पसंद कर नहीं खरीदी थीं बल्कि ऑनलाइन ही खरीद कर उसे भाई के पते पर भेज दिया गया था। लेकिन 2022 बड़ी खुशियां लेकर आया है तो बाजार भी उसी हिसाब से तैयार दिख रहा है। बाजारों से चाइनीज राखियां गायब हैं
क्योंकि भारत में बनी राखियों की मांग ज्यादा है। यही नहीं इस बार तो बहनें रक्षाबंधन पर दिल खोल कर खर्च करने के मूड में दिख रही हैं तभी तो इस बार डायमंड राखियों की खूब मांग दिख रही है। डायमंड राखियों की मांग इतनी ज्यादा है कि सूरत में इसे बनाने वाली फर्मों के कर्मचारियों को दिन-रात मेहनत करनी पड़ रही है। डायमंड राखियों की कीमत तीन से आठ हजार रुपए के बीच है इसलिए इनकी बिक्री भी खूब हो रही है।
यही नहीं, अब डायमंड राखी भाई को बांधी है तो मिठाई भी तो उसी हिसाब की होनी चाहिए। तो लीजिये बाजार ने इसकी भी तैयारी कर रखी है। आगरा में खासतौर पर ‘गोल्डन घेवर’ बनाए जा रहे हैं। गोल्डन घेवर की कीमत 25,000 रुपए प्रति किलो है। इस घेवर की खासियत ये है कि इसके ऊपर 24 कैरेट के सोने की परत लगाई गई है। तो है ना इस बार की राखी पहले से कुछ ज्यादा खास।
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