हाल ही में जे. के. जी. इंटरनेशनल स्कूल के सभागार में एसेप्टिक पैकेजिंग का समाधान प्रदान करने वाली अंतरराष्ट्रीय कंपनी एस. आई. जी. कांबीब्लॉक के सौजन्य व पैन इंडिया गैर सरकारी संगठन ‘डब्लूमार्स’ के सहयोग से ‘ स्कूल एक्रीडिटिंग प्रोग्राम परियोजना’ के द्वारा विद्यार्थियों को प्लास्टिक के सही प्रबंधन के महत्व को बताने तथा जागरूकता फैलाने के लिए एक सत्र का आयोजन किया था।
जिसका शुभारंभ स्कूल की प्रधानाचार्या, एस. आई. जी. और डब्लूमार्स के प्रतिनिधियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। उस दौरान विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती निधि गौड़ ने बायोप्लांट्स प्रदान कर अतिथियों का स्वागत किया। निधि गौड़ जी ने अपने स्वागत भाषण के माध्यम से अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यार्थियों को ‘हम सुधरेंगे जग सुधरेगा’ उक्ति को सार्थक रूप देते हुए दैनिक जीवन में स्वच्छता के महत्व की जानकारी दी थी।
दूसरा आयोजन ‘विद्या भवन गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल’ में किया गया। इस आयोजन को स्कूल की प्रधानाचार्या दीपा सिंह, एस. आई. जी. और डब्लूमार्स के प्रतिनिधियों के द्वारा संपन्न किया गया। दीपा सिंह जी ने सभी अतिथियों का परिचय कराते हुए उन्हें सम्मानित किया। दोनों ही स्कूल के विद्यार्थियों ने गणेश वंदना, नृत्य जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के द्वारा पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए सभी साथियों को प्रेरित किया था।
डब्लू मार्श से रश्मि धस्माना ने दोनों स्कूलों के विद्यार्थियों को प्लास्टिक वेस्ट, उसकी हानियों, प्लास्टिक वेस्ट बैंक, उसको अलग-अलग वर्गीकृत करने व वेस्ट रीसाइक्लिंग जैसे विभिन्न विषयों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने एस. आई. जी. की ‘वन टन स्कूल एक्रेडिटिंग प्रोग्राम’ परियोजना, जिसमें स्कूलों को एक टन (एक हजार किग्रा.) प्लास्टिक इकट्ठा करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है से भी छात्रों को परिचित कराया।
देश के बहुचर्चित ऐनवायरमेंट्लिस्ट डा प्रियांक आर्या जो कि डब्लूमार्स के वाइस चेयरमैन भी हैं, ने दोनों स्कूल के विद्यार्थियों को यह भी बताया कि अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए ‘डब्लूमार्स’ संस्था वेस्ट वॉरियर्स और एस. आई. जी. की विशेष टीम ने मिलकर दिल्ली तथा एन. सी. आर. के विद्यालयों में ‘माई वन टन प्लास्टिक’ अभियान का आयोजन करने की भी योजना बनाई है। दरअसल यह अभियान एक इंटर-स्कूल प्रतियोगिता हैं, जिसके अंतर्गत देश के स्कूलों को “एक टन” स्कूल की श्रेणी में सम्मिलित होने का सम्मान देकर प्रोत्साहित करना है। संस्थाओं द्वारा ऐसा इसलिए किया जा रहा क्योंकि ‘माई वन टन प्लास्टिक’ अभियान के उद्देश्य को सफल बनाने में विद्यार्थी अहम भूमिका निभा सकते हैं और कहा भी जाता है कि आज के बच्चे कल का भविष्य हैं। दोनों ही सत्र में एस.आई.जी कांबीब्लॉक के सीनियर एक्ज़ीक्यूटिव श्री नितिन जग्गा छात्रों को इस अच्छे कार्य के लिये हौसलावर्धन करने प्रस्तुत रहे।
अब तक इसी तरह ‘जेडी टाइटलर स्कूल’ के अलावा 5 स्कूलों में वेस्ट बैंक का इंस्टॉलेशन और अवेयरनेस प्रोग्राम संपन्न हो चुके हैं।