दरअसल घटना के सन्दर्भ में बताया जाता है कि नगर थाना क्षेत्र के कौशल्या चौक के पास आजाद नगर वार्ड नम्बर 22 निवासी 71 वर्षीय सागिर आलम अपनी पत्नी रबेया ख़ातून और कामवाली अंजुम आरा के साथ अपने घर पर रहते है। मंगलवार को सभी लोग खाना खा कर सो रहे थे तभी बीती रात करीब 12 बजे के बाद सागिर आलम के घर चार की संख्या में ग्रिल के सहारे फर्स्ट फ्लोर पर पहुंचे डकैतो ने रबेया ख़ातून के रूम को लात मार तोड़ दिया और घुस उसके गला दबा दिया इसके बाद सिर पर पिस्टल तान कर पैसे और गहनो के बारे में।
जानकारी प्राप्त कर तीन रूम में बक्से और आलमीरा कों तोड़ कर गहनों और नगदी रुपये की लूट कर ली। इस दौरान सागिर आलम व उनकी पत्नी के आलावे काम वाली के साथ मारपीट की । पिस्टल के बट से मार कर सागिर आलम को जख़्मी कर दिया जिससे उनके सिर पर जख्म के निशान पड़ गए। करीब एक घण्टे तक आराम से लुटेरे लूट पाट करते रहे लूटपाट के बाद वह फरार हो गए। वही बदमाशो के जाने के बाद पुलिस को सूचित किया गया। सूचना पाकर पहुँची पुलिस ने मामले की जांच व बदमाशो की पहचान में जुट गई है। वही इस संदर्भ में नगर थानाध्यक्ष ललन कुमार ने बताया कि पीड़ित सगीर आलम भारतीय रेल के गार्ड थे।
कुछ वर्ष पहले पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन से सेवा निवृत्त हुए थे।घर मे मात्र उनकी पत्नी और एक काम करने वाली दाई रात में मौजूद थी। उस दौरान मंगलवार की रात लगभग 12 बजे चार की संख्या में बदमाश उनके घर में पीछे से घुस गए।बदमाशों ने पिस्टल के वट से गृहस्वामी के हमला कर दिया। जिसमें वे जख्मी हो उसके बाद सभी को एक कमरे में बंधक बना दिया। उनके बहु और बेटे के कमरे में घुस कर बैग में रखे सभी सामान आभूषण नगद आदि लूट ले गए। पुलिस सूचना पाकर मौके पर पहुंच कर पीड़ित का बयान ले जांच में जुट गई है।