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ग्वालियर स्टेशन के पुनर्विकास का शिलान्यास, बिरलानगर से उदिमोड रेलखंड का विद्युतीकरण « The News Express

ग्वालियर स्टेशन के पुनर्विकास का शिलान्यास, बिरलानगर से उदिमोड रेलखंड का विद्युतीकरण

 

झांसी दिनांक : 24.04.23 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से ग्वालियर स्टेशन के पुनर्विकास का शिलान्यास, बिरलानगर से उदिमोड रेलखंड का विद्युतीकरण और महोबा खजुराहो उदयपुरा रेल खंड के विद्युतीकरण का लोकार्पण रीवा, मध्यप्रदेश से सम्पन्न हुआ।उक्त समारोह का सीधा प्रसारण (लाइव स्ट्रीमिंग) सहित स्थानीय स्तर पर झांसी मण्डल के ग्वालियर, भिण्ड, छतरपुर, टीकमगढ़ तथा खजुराहो में समारोह आयोजित किया गया ।, इस अवसर पर ग्वालियर में रविंद्र नाथ टैगोर सभागार लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षण संस्थान में विशिष्ट अतिथियों के रूप में सांसद ग्वालियर विवेक नारायण शेजवलकर, ऊर्जा मंत्री मध्य प्रदेश शासन प्रद्युमन सिंह तोमर, महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे सतीश कुमार, मंडल रेल प्रबंधक झांसी मंडल आशुतोष सहित अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। सभी कार्यक्रम में माननीय स्थानीय सांसदों के साथ ही गणमान्य नागरिक उपस्थित रहेंगे।
महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेल सतीश कुमार द्वारा ग्वालियर स्टेशन पुनर्विकास से जुड़े कुछ उल्लेखनीय तथ्यों को साझा किया गया । उन्होंने बताया कि यह कार्य 534.70 करोड़ की लागत से किया जा रहा है और इस प्रकार का उत्तर मध्य रेलवे का पहला कार्य है । नए स्टेशन के विकास में जिन विषयों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है उनमें विरासत संरचना के साथ विरासत मूल्य को बनाए रखते हुए स्थानीय कला और संस्कृति से जुड़ने वाले प्रतिष्ठित स्टेशन भवन को हाइलाइट किया जाना प्रमुख है|
स्टेशनों के लिए प्रस्तावित विकास कार्य 7Cs अवधारणा पर आधारित है, जिसमें
1. City Centre का निर्माण,
2. Congestion free स्टेशन अर्थात अलग आगमन और प्रस्थान,
3. Convenience facilities जैसे की लिफ्ट, एस्केलेटर, etc.
4. Conservation of Heritage looks
5. Cleanliness
6. Communication facilities
7. Combined development for parking and other traffic facilities।

इस कार्य से
• शहर के दोनों किनारों का एकीकरण (रेलवे पटरियों के दोनों तरफ स्टेशन भवन होगा)
• कैफेटेरिया, मनोरंजक सुविधाओं के लिए रिक्त स्थान के साथ-साथ एक ही स्थान पर सभी यात्री सुविधाओं को संजोए एक विशाल कोनकोर्स |
• दोनों तरफ पर्याप्त पिक-अप / ड्रॉप-ऑफ लेन के साथ प्रवेश और निकास हेतु अलग-अलग यातायात प्रवाह |
• दोनों तरफ पर्याप्त पार्किंग सुविधाएं – बस स्टेशन और रेलवे स्टेशन के साथ मोडल इंटीग्रेशन लगभग 48,061 वर्ग मीटर (लगभग) का समग्र निर्मित क्षेत्र होगा।
•टिकट खिड़की एवं यात्री कतार हेतु विशाल कतार क्षेत्र: 130 sq.mt. x 255 sq.mt. होगा ।

अन्य सुविधाओं में :
• कोनकोर्स: चौड़ाई x लंबाई: 72m X 90m, क्षेत्रफल: 6775 वर्गमीटर
• पैदल पुल : 02 नग
• आगमन मार्ग की चौड़ाई और कोनकोर्स: 4 मीटर चौड़ा, 3448 वर्गमीटर
• रूफ कवरिंग क्षेत्र: 44,679 वर्गमीटर,
• लिफ्ट: 19 नग , एस्केलेटर: 23 नग।
शामिल हैं ।
उन्होने कहा कि मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूंकि, निश्चित रूप से ग्वालियर स्टेशन के विकास से यात्रियों की सुविधा में विस्तार, स्वच्छ रेल परिक्षेत्र की अनुभूति तथा विश्वस्तरीय सुविधा प्राप्त होगी |
ग्वालियर-बिरलानगर-उदिमोर तथा खजुराहो- महोबा-उदयपुरा रेल खंड के विद्युतिकरण से रेलों के संचालन को गति एवं सुगमता मिल रही है तथा प्रदूषण रहित पर्यावरण के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में मंडल महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है |

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