– 3 वर्षों में 50 हज़ार से अधिक किडनी डायलिसिस की गई पूरी तरह से मुफ्त प्रदान
ग्लोबल मिडास कैपिटल (जीएमसी) प्रोडक्शन हाउस ने ग्लोबल मिडास फाउंडेशन (जीएमएफ) के सहयोग से डीएसजीएमसी द्वारा प्रबंधित गुरु हरिकृष्ण इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च, दिल्ली के किडनी डायलिसिस अस्पताल की 3 साल के प्रयोजन को दर्शाती हुई एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है। इस अवसर पर जीएमएफ और जीएमसी के संस्थापक इंदरप्रीत सिंह ने कहा कि यह डॉक्यूमेंट्री, जो जीएमएफ और साड्डा खिडदा पंजाब यूट्यूब और सोशल मीडिया पेजों पर उपलब्ध है, का उद्देश्य भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगत और पंथ को ऐसे मानवतावादी और महत्वपूर्ण किडनी डायलिसिस स्वास्थ्य सेवा के बारे में जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि सरबत दा भला के लिए उपचार का खर्च वहन न कर सकने वाले लोगों को जीवनरक्षक निस्वार्थ स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जा रही है।
उन्होंने कहा कि डॉक्यूमेंट्री अस्पताल की शुरुआत से लेकर 3 वर्षों में 50,000 से अधिक किडनी डायलिसिस पूरी तरह से मुफ्त प्रदान की गयी हैं। उन्होंने कहा कि इसमें पूरे भारत के सभी समुदायों, सभी धर्मों की संगत को यह सेवा प्रदान की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि अभी लगभग 2000 से अधिक मरीज इस स्वास्थय सेवा का लाभ लेने के लिए प्रतीक्षा में हैं। उन्होंने कहा कि यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि है, जिसमें इस तरह के डायलिसिस उपचार के लिए आयुष्मान पॉलिसी, सीजीएचएस, बीमा या मरीजों द्वारा सीधे भुगतान जैसी किसी भी योजना द्वारा मुआवजा दिए बिना, इतने बड़े पैमाने पर निःशुल्क स्वास्थ्य लंगर सेवा प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी अस्पताल में किडनी डायलिसिस कम से कम 4000 रुपये से शुरू होता है। उन्होंने कहा कि मैनेजमेंट, डॉक्टर और पैरामेडिकल कर्मचारी, जो समर्पित रूप से मरीजों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध हैं, उन्हें वहां मौजूद सभी मरीजों और देखभालकर्ताओं द्वारा अत्यधिक सम्मान और स्नेह दिया जाता है। डॉक्यूमेंट्री में उन रोगियों के अनुभवो को विस्तार से शामिल किया गया है, जो पहले से ही कई डायलिसिस उपचार इस अस्पताल में ले चुके है। इसके साथ ही उनके सहयोगी, सुविधा की देखरेख करने वाले मैनेजमेंट का अनुभव, उपचार की देखभाल करने वाली विशेष समर्पित स्वास्थ्य सेवा टीम और मौजूदा अस्पताल की सुविधाएं एवं बुनियादी ढांचे को भी दर्शाया गया है ।