वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई जी के किले की शौरहत पूरे विश्व मे विख्यात है। दूर दूर से पर्यटक झांसी आकर किले को निहारते है।
जिस प्रकार महारानी के किले की पहाड़ी पुरातत्व एक्ट के उल्लंघन कर खोदी जा रही है, पहाड़ी पर से बड़ी बड़ी चट्टाने नीचे धड़का दी गई है एवं पहाड़ी पर पक्का निर्माण करवा कर पहाड़ी का स्वरूप बिगड़ा जा रहा है जिसे स्वीकार नही किया जा सकता है।
बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा का संकल्प है की आखरी सांस तक संघर्ष कर महारानी की धरोहर को इन दूल्हा जू के अनुयायियों से बचाकर दम लेंगे।
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई जी के किले की पहाड़ी पर नियम विरुद्ध बनाई गई बाउंडरी वाल को श्रम दान देकर बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व में जय भवानी- जय महारानी के उदघोष के साथ बुन्देली योद्धाओं ने तोड़ने में सहयोग किया।
किले की पहाड़ी पर श्रमदान करने वालो में रघुराज शर्मा, गिरजा शंकर राय, हनीफ खान, रशीद कुरेशी, कपिल वर्मा, बहादुर खान, प्रदीप झा, अनिल कश्यप, नरेश वर्मा आदि शामिल रहे।