टहरौली, जंहा शासन प्रशासन लगातार गरीबों के लिए कई योजनाएं बना रही है लेकिन टहरौली पुलिस को शायद यह सब रास नही आ रहा है कंही अगर बलात्कार जैसी घटना चोरी मारपीट की घटना हो तो कई दिनों तक फरियादियों को घुमाया जाता है और राजीनामा का दबाव बनाया जाता है । कुछ इसी से सम्बंधित मामला, सामने आया है जिसमे दुष्कर्म की घटना की जानकारी के लिए मीडियाकर्मीयों 18/09/2022 को समय करीब तीन बजे थाना प्रभारी द्वारा पत्रकारों को बुलाया गया जंहा तैनात अतिरिक्त थाना प्रभारी ,एम पी सिंह, व सिपाही अमित तिवारी द्वारा पत्रकारों को धमकाया गया इसके वाद शाम करीब 8 बजे सिपाही कुलदीप द्वारा बस स्टैंड पर एक दुकान पर एक ग्राहक के साथ अभद्र व्यवहार कर रहा था उस समय पत्रकार भी मौजूद थे जिसका वीडियो पत्रकारों ने बना लिया वीडियो बनने से तिलमिलाए सिपाही कुलदीप पत्रकारों से भी गलत व्यवहार करने लगा और थाना से फोर्स बुलाकर पत्रकारों को गिरफ्तार कर लिया गया । और बेबुनियाद आरोप लगाए गए । ओर थाने में पहुँचने पर ऑफ ड्यूटी सिविल ड्रेस में सिपाही दीपक पटेल द्वारा मारपीट की गई । पत्रकारों का साफ कहना है की अगर सिपाही
कुलदीप दीपक पटेल अमित तिवारी और अतिरिक्त थाना प्रभारी एम पी सिंह के ऊपर कार्यवाही नही होती है तो हमें मजबूर होकर धरना प्रदर्शन देना पड़ेगा इसके बाबजूद भी अगर कार्यवाही नही हुई तो आमरण अनशन। पर बैठेगें जिसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी
जिसमे दर्जनों की संख्या में पत्रकार सामिल होंगे