दिल्ली से कांग्रेस के पूर्व विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम लिया. बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े और पूर्व विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा सहित अन्य नेताओं की मौजूदगी में मारवाह ने पार्टी मुख्यालय में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की.
दिल्ली की जंगपुरा विधानसभा सीट से तीन बार कांग्रेस विधायक रहे मारवाह पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के संसदीय सचिव रह चुके हैं. तावड़े ने मारवाह का बीजेपी में स्वागत करते हुए कहा कि उनकी क्षमता के अनुसार पार्टी उन्हें दायित्व देगी. पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद अपने संबोधन में मारवाह ने कहा कि जब तक उनके प्राण रहेंगे तब तक वह बीजेपी की सेवा करते रहेंगे और वह भी बिना किसी पद व लालच के.
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की कड़ी आलोचना की और कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी में नेताओं की कद्र नहीं है और पार्टी के लिए कुर्बानियां देने वालों को नजरअंदाज किया जाता है, इसलिए दुखी होकर उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया.
मारवाह ने कहा कि वह पिछले डेढ़ साल से राहुल गांधी से मिलने का समय मांग रहे हैं लेकिन आज तक उन्हें समय नहीं मिला. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जो परिचारक बनने के लायक नहीं हैं, उन्हें प्रवक्ता बनाया जाता है. कई ऐसे महासचिव हैं जिन्हें कोई जानता तक नहीं.चुनाव हारने वालों को राज्यसभा में भेजा जाता है.’’ उन्होंने कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं के समूह जी-23 में शामिल नेताओं से भी आग्रह किया कि वह बीजेपी में शामिल हो जाएं, जहां उन्हें सम्मान मिलेगा.