दिल्ली के प्रेस क्लब में फुरो इनोवेशन ने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक दिवस पर”भविष्य के लिए फिट,साथ मिलकर बेहतर निर्माण”थीम के तहत पारिस्थितिक शांति के लिए अपने दृष्टिकोण को स्पष्ट किया। संगठन ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि धरती माता के साथ और पारिस्थितिक शांति के बिना कोई भविष्य नहीं है। संगठन ने दिल्ली की AQI से संबंधित समस्याओं के लिए कुछ इनोवेटिव समाधान और श्वेत पत्र भी साझा किए। संगठन शहीद नायकों को सम्मानित करने तथा महात्मा गांधी के शांति मूल्यों और एक स्वस्थ समाज बनाने में उनकी भूमिका को याद करने के लिए विभिन्न विशेषज्ञ क्षेत्रों के लोगों को एक साथ लाया।
संस्था की संस्थापक रचना शर्मा,जो हार्वर्ड एलुमनी एंटरप्रेन्योर की संस्थापक सदस्य भी रही हैं और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल की पूर्व छात्रा हैं, के सक्षम नेतृत्व में प्रेस वार्ता ने इस बात पर ध्यान केंद्रित किया कि “एक ऐसे संस्थान की सख्त जरूरत है जो अपने दृष्टिकोण में भविष्यवादी हो और स्पष्ट रूप से परिभाषित प्रक्रियाओं और लक्ष्यों के साथ जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन को संभव बनाने पर केंद्रित हो।”
संस्थान को सशक्त बनाने के लिए एक अनुरोध सरकार से भी किया गया जिसका एक प्रोटोटाइप वेन डायग्राम ऑफ पीस की मदद से दिखाया गया है। जिसके अनुसार साझा दर्शन की संभावनाएं जो एकता में जलवायु संबंधी मुद्दों में मदद कर सकती हैं। कोई अन्य महाशक्ति हमारी मदद नहीं कर सकती। संगठन की ओर से कहा गया कि हमारी शक्ति हमारे भीतर है, यह महात्मा गांधी की शिक्षाओं में है जिसे हम भूल गए हैं। भारत के नागरिकों को जिम्मेदारी लेनी होगी, युवाओं को जिम्मेदारी लेनी होगी।
फुरो इनोवेशन की संस्थापक के रूप में रचना शर्मा ने उल्लेख किया कि “जब मैं शांति के बारे में बात करती हूँ, तो मैं विशेष रूप से सकारात्मक शांति के बारे में बात करती हूँ। जिसमें ऐसे दृष्टिकोण, संस्थाएँ और संरचनाएँ हैं जो शांतिपूर्ण समाजों का निर्माण और उन्हें बनाए रखती हैं”।