एआईसीटीई ने योअर वन लाइफ को भारतीय शिक्षा प्रणाली में शामिल करने की मंजूरी दी
जियो टीवी ने इस गठबंधन को खुशियों और उल्लास के रंग बिखेरने के लिए मोबाइल चैनल ऑफर किया
22-8-2022 : हर्टफुलनेस के मुख्यालय कान्हा शांति वनम में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) और हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट (एचईटी) के बीच एक समझौता किया गया। इस अवसर पर नेशनल हैप्पीनेस यूनिकोर्न ने पुरस्कार समारोह का आयोजन किया। इस पुरस्कार समारोह में लगभग 10 हजार मेहमानों ने शिरकत की।
एचईटी और एआईसीटीई की ओर गठित इन पुरस्कारों की स्थापना हार्टफुल कैंपस और योअर वन लाइफ के साथ साझेदारी में की गई। यह राष्ट्रीय स्तर पर खुशनुमा माहौल में संचालित होने वाले संस्थानों की पहचान करने वाले अपनी तरह के पहले पुरस्कार है।
एआईसीटीई उच्च शिक्षा नियामक है, जिसके तहत देश भर में 9000 से ज्यादा शिक्षा संस्थान संचालित किए जाते हैं।
ससे 70 लाख छात्र प्रभावित होते हैं।
एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रोफेसर सहस्त्रबुद्धे ने कहा, “छात्रों की जिंदगी में हुई डिजिटल घुसपैठ ने उनके ध्यान को भटका दिया है। सोशल मीडिया के प्रभाव के कारण उनका दिमाग कई भागों में बंट जाता है। इससे न केवल वह पढ़ाई पर ध्यान नहीं लगा पाते, बल्कि इससे उनका पूरा अंदरूनी सिस्टम प्रभावित होता है। इससे उनकी मानसिक और शारीरिक सेहत में गिरावट आती है। हमने भारतीय शिक्षा व्यवस्था में योअर वन लाइफ की शामिल करने को मंजूरी दी है। इसके लिए नई शिक्षा नीति (एनईपी) को क्रेडिट देना चाहिए। दिलचस्प बात यह है, ये ऐप, जो खुद एक दूसरी तरह का डिजिटल दखल मानी जाती है, डिजिटल आक्रमण का मुकाबला करती है। यह ऐप छात्रों के दिमाग के कार्य करने की प्रणाली, दिमाग में अलग-अलग विचार की मौजूदगी और छात्रों के हैप्पीनस इंडेक्स की निगरानी करेगी और उसकी जांच करेगी। ”
इंस्टिट्यूट ऑफ हार्टफुलनेस और योअर वन लाइफ के बीच योगी कोचर, डॉ. निवेदिता श्रेयांस और श्री रमेश कृष्णन ने समझौते पर हस्ताक्षर किया गया। इस समझौते के तहत “इस ऐप के 12 आयामों में” से एक, ऐप “कॉनसाइंस” को लगातार अपडेट किया जाता है। इस ऐप का प्रबंधन इस्टिट्यूट ऑफ हर्टफुलनेस की ओर से किया जाता है। ”
इस मौके पर ऐप के संस्थापक योगी कोचर ने इस अवसर पर कहा, “इस ऐप के 12 आयाम है। इससे यूजर का आईक्यू और ईक्यू बढ़ जाता है और उन्हें इस ऐप का स्तेमाल करने के लिए एनएफटी ऑफर की जाती है। यह दिलचस्प बात है कि भारत की आबादी अमेरिका की आबादी की 4 गुना है, बल्कि भारतीय इकोनॉमी का आकार अमेरिकी अर्थव्यवस्था के मुकाबले एक तिहाई है। इसका मतलब है कि अमेरिका अर्थव्यवस्था के लिहाज से भारत से 32 गुना ज्यादा शक्तिशाली है। यह
सलिए है क्योंकि अमेरिका अपने यहां माइंड शेयर को नहीं, मार्केट शेयर को तकनीक के प्रमोशन के लिए पहचान करता है। आज फेसबुक 2.5 बिलियन यूजर्स के साथ 1 टीआरएन यूएसडी एंटरप्राइज है। इसका मतलब यह है कि फेसबुक के साथ हर यूजर का जबर्दस्त माइंडशेयर है, जिसका मूल्य फेसबुक के लिए 400 डॉलर के करीब है।”
जियो टीवी ने इस गठबंधन को खुशियों, उत्साह, उल्लास, और उमंग को बढ़ावा देने के लिए मोबाइल चैनल ऑफर किया है।
सके बारे में एक घोषणा भी की गई है। जियो प्लेटफॉर्म के वीपी श्री बालासुब्रह्मण्यम अय्यर ने कहा, “इंस्टिट्यूट ऑफ हार्टफुलनेस और यूवनलाइफ से साझेदारी करना वाकई एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है।“
एफएसएफटीआई के महासचिव माननीय डॉ. केवीके राव ने कहा, “हैप्पीनेस ऐप योअर वन लाइफ को सेमेस्टर में छात्रों के उपयोग के लिए एआईसीटीई ने मंजूरी दे दी है। हम देश भर में अपने सदस्य संस्थानों में इस ऐप को पेश करना चाहते हैं।“