पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खाने के बाद अब सीएम मान की चाय पर क्यो हो रहा विवाद जानिए क्या है पूरी सच्चाई
पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को खाने के खर्च पर घेरने वाले पंजाब के सीएम भगवंत मान अब चाय नाश्ते को लेकर विवादों में आ गए है. जिसकी बड़ी वजह बना है मुख्यमंत्री कार्यालय का एक साल का चाय नाश्ते का बिल. एक आरटीआई में खुलासा हुआ है कि सीएम मान के शपथ लेने के बाद से एक अब तक चाय नाश्ते का बिल 31 लाख रुपए से अधिक आया है.
साल 2022 के अप्रैल महीने में 2 लाख 73 हजार 788 रुपए का बिल आया तो वहीं मई में यह बिल बढ़कर 3 लाख 55 हजार 795 रुपए हो गया, इसके बाद जून में चाय नास्ते का बिल 3 लाख 25 हजार 248 रुपए आया और फिर जुलाई में 2 लाख 58 हजार 347 रुपए, वहीं अगस्त में 2 लाख 33 हजार 305 रुपए, इसी तरह सितंबर-अक्टूबर में 2 लाख 82 हजार 347 और 1 लाख 64 हजार 573 रुपए, नवंबर में 1 लाख 39 हजार 630, दिसंबर में 1 लाख 54 हजार 594 रुपए खर्च आया. वही साल 2023 की अगर बात करें तो जनवरी 2023 में 1 लाख 56 हजार 720, फरवरी में 1 लाख 62 हजार 183, वहीं मार्च में 1 लाख 73 हजार 208, इसके अलावा अप्रैल में 1 लाख 24 हजार 451 रुपए मुख्यमंत्री कार्यालय के चाय नाश्ते का खर्चा आया.
आपको बता दें कि पटियाला के रहने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट गुरजीत सिंह गोपालपुरी के द्वारा आरटीआई के माध्यम में मुख्यमंत्री कार्यालय के चाय नाश्ते के खर्चे का ब्यौरा मांगा गया था.
कुछ महीने पहले बठिंडा के आरटीआई एक्टिविस्ट संजीव गोयल की तरफ की तरफ से भी सीएम निवास पर हुए खर्चे का मार्च 2022 से जनवरी 2023 तक का ब्यौरा मांगा गया था. डायरेक्टर प्राहुणचारी व आतिथ्य विभाग पंजाब चंडीगढ़ ने कहना है कि सीएम मान के चंडीगढ़ स्थित रिहायश पर हुई सरकारी मीटिंगों में चाय-पानी और खाने आदि पर 11 महीनों में 24 लाख 96 हजार 640 रुपए खर्च हुए है.
विपक्ष को बैठे बिठाए आम आदमी पार्टी की सरकार को घेरने का मौका मिल गया है. क्योंकि इससे पहले कांग्रेस की सरकार के समय पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का खाना विवादों में आया था. तीन महीने के लिए मुख्यमंत्री रहे चन्नी कार्यकाल के दौरान करीब 60 लाख रुपए का खाना खा गए. आरटीआई के माध्यम से ये खुलासा हुआ था.