उत्तर प्रदेश
कांग्रेस नेता रेवती रमण सिंह ने कहा कि उपद्रव के लिए भीड़ की संख्या जिम्मेदार है। उन्होंने कहा, “भीड़ बहुत बड़ी हो गई थी और पर्याप्त पुलिस अधिकारी नहीं थे, जिसके कारण भीड़ बेकाबू हो गई और मंच पर चढ़ गई। परिणामस्वरूप, अखिलेश जी और राहुल जी को अपना भाषण दिए बिना ही वहां से जाना पड़ा।”
यह संयुक्त चुनावी सभा में हुई इस घटना का जिक्र करते हुए, यह दिखाता है कि राजनीतिक कार्यक्रमों में सुरक्षा की जरूरत कितनी महत्वपूर्ण होती है। इस घटना को देखते हुए, सुरक्षा एवं कानून-व्यवस्था के प्रति जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है ताकि इस तरह की घटनाएं न हों और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
यह एक चिंताजनक घटना है जो दिखाती है कि राजनीतिक कार्यक्रमों में सुरक्षा की कमी कितना खतरनाक हो सकता है। सुरक्षा एवं कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने की आवश्यकता है ताकि लोगों के अधिकार और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। साथ ही, राजनीतिक दलों को भी अपने कार्यक्रमों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए जिम्मेदारी लेनी चाहिए।