झांसी। माॅर्डन काॅलेज आॅफ फार्मेसी के विशाल सभागार में द्वितीय दीक्षांत समारोह भव्यता एंव हर्षोल्लास के साथ आज दिनांक 15 जनवरी रविवार को सम्पन्न हुआ। दीक्षांत समारोह में डिप्लोमा धारको को अंकपत्र एंव डिप्लोमा प्रदान किये गये। इसके अलावा 5 सर्वेश्रेष्ठ छात्र/छात्राओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिनमें प्रथम रितिक रावत 79.9 प्रतिशत द्वितीय आशीष सिंह 79.27 प्रतिशत तृतीय स्थान पर शिल्पा गुप्ता 78 प्रतिशत चतुर्थ आकाश रायक्वार 76.86 पांचवे स्थान पर प्रदीप कुमार 76.68 रहे। समारोह का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डा. देवेन्द्र पाठक (डीन, फार्मेसी विभाग डा. अब्दुल कलाम टेक्नीकल विश्वविद्यालय, लखनऊ) विशिष्ट अतिथि डा. सुनील कपूर (प्राॅडक्शन हैड, आर.पी.एल. इंडिया), अभिषेक गर्ग (सीनियर ए.एस.एम. सनोफी, इंडिया),अध्यक्षता संस्था के संस्थापक अध्यक्ष कैप्टन अरविन्द विश्वानाथन, संस्थापिका श्रीमति शान्ति विश्वनाथ, संस्था के अध्यक्ष डाॅ0 रोहिन विश्वनाथन, उपाध्यक्ष श्रीमति अंशिता विश्वनाथन, सचिव श्रीमति रतना विश्वनाथन, प्रबन्ध निदेशक श्री अपूर्व शुक्ला ने माॅ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत शैक्षिक शोभायात्रा के आगमन से हुई. जिसमें मुख्य अतिथि संस्थापकअध्यक्ष एंव अध्यक्ष प्रबंधक एवं डीन, प्राचार्य, निदेशक एंव संस्था सदस्य की अगवानी मुख्य सभागार में हुई। तत्पश्चात् मुख्य अतिथि डा. देवेन्द्र पाठक जी ने दीक्षांत समारोह के प्रारम्भ की उद्घोषणा की।
मुख्य अतिथ द्वारा डिप्लोमा एंव अंकपत्र प्राप्त करने वाले समस्त विद्यार्थियों को , उनकी उपलब्धि के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए, मुख्य अतिथि डा. पाठक ने कहा कि उद्देश्यों और लक्ष्यों के बिना, जीवन में सफलता नहीं मिलती है। इसलिए उन्होंने जीवन में सफलता के लिए सभी विद्यार्थियों को लक्ष्य तय कर, अच्छे उद्देश्यों के साथ आगे बढ़नें को कहा। अपने आर्शीवचन में डा. पाठक ने विद्यार्थियों से कहा कि दीक्षांत समारोह का दिन जीवन का एक महत्वपूर्ण चरण होता है। दीक्षांत समारोह को जीवन और सुनहरे भविष्य की एक शानदार सीढ़ी बताते हुए कहा कि जब आप संस्था से बाहर निकलेंगे तो जीवन आपको सीखने का भरपूर अवसर देगा। उन्होंने समस्त विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों एवं शिक्षकों के लिए गौरव का क्षण है। उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि हम सभी ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना के माध्यम से वैश्विक संस्कृति का हिस्सा बन चुके हैं। ऐसे वैश्विक परिवेश में युवाओं को अनेक आकर्षक अवसर तो प्राप्त हो रहे हैं किन्तु साथ ही वैश्विक चुनौतियाँ भी मिल रही हैं। इन चुनौतियों का सामना और उसका समाधान करके ही, विद्यार्थी अपने उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। मुख्य अतिथि डा.सुनील कूपर ने समारोह में उपस्थित छात्र/छात्राओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि विद्यार्थी ज्ञान प्राप्त करें, विनम्र रहें, उदार बनें तथा निंरतर सीखते रहें। निश्चित रूप से जीवन में सफलता मिलेगी।
विशिष्ट अतिथि सीनियर ए.एस.एम अभिषेक गर्ग ने ज्ञान के विस्तार में अनुसंधान की भूमिका को अहम बताया। उन्होंने अनुसंधान की सुविधाओं को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बेहतर बनाने एवं विद्यार्थियों में अनुसंधान में रूचि के विकास की आवश्यकता बताई। अनुसंधान विकास के नए रास्ते खोलती है। इसलिए युवा प्रतिभाओं को नयी खोज के लिए प्रेरित करना होगा।
संस्थापक अध्यक्ष कैप्टन अरविंद विश्वनाथन ने शिक्षा के सर्वांगीण विकास पर कहा कि हमारे गौरवशाली मूल्यों को आकार देने में शिक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ज्ञान और सूचना तकनीक में समन्वय से हम शैक्षिक विकास की राह को गति प्रदान कर सकते हैं। विद्यार्थियों को भारतवर्ष की गौरवशाली संस्कृति-परंपरा एवं ज्ञान से समृध्द करना होगा ताकि युवाओं में मातृभूमि के प्रति प्रेम, बुजुर्गों एवं महिलाओं के प्रति सम्मान, जीवन में ईमानदारी, आत्मसंयम, सहनशीलता और अपने नैतिक दायित्वों को पूरा करने की भावना विकसित हो। साथ ही उन्हांेने कहा कि जीवन में व्यावहारिक ज्ञान, अच्छे आचार-विचार एवं संस्कार से ही व्यक्तित्व का विकास संभव है। संस्था की प्रगति एंव दीक्षांत समारोह में आये हुये अतिथियों का संक्षिप्त परिचय काॅलेज प्रवक्ता मो. शोएव खान द्वारा दिया गया। विभाग के प्राचार्य डा. के. के. चग्ती ने छात्र/छात्राओं से कहा कि भारत विश्व का एक प्रमुख विकासशील राष्ट्र है। विकास के रास्ते में हमारे सामंने ढेरों चुनौतियाँ है। उन चुनौतियों का समाधान हमें मिलजुल कर करना है। उन्होंने कहा कि बेहतर समाज के निर्माण के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और चिकित्सा के प्रति लोगों को जागरूक करना होगा। इसलिए समाज के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करें और समाज व राष्ट्र के कल्याण में अपनी ऊर्जा समर्पित करें। विद्यार्थी, स्वयं को सामाजिक सरोकार से जोड़े, तभी उच्च शिक्षा का वास्तविक लाभ समाज और देश को मिलेगा। इससे विद्यार्थियों में सांस्कृतिक मूल्यों का विकास होता है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
ग्रुप के प्राशासनिक निदेशक डा. प्रवीण गुप्ता ने आये हुये सभी अतिथियों एंव अभिभावको का अभार व्यक्त करते हुये साुधवाद दिया एंव विद्याथियों से कहा कि शिक्षा की सार्थकता तभी है, जब विद्यार्थी कुछ न कुछ नया सीखते रहें। शिक्षा किस विषय में प्राप्त की गई ये महत्वपूर्ण नहीं है। अहम ये है कि हम अपने लक्ष्य को स्पष्ट रखते हुए कठिन परिश्रम और सकारात्मक सोच के साथ सफलता पाएं। दीक्षांत सामारोह में ग्रुप के विभिन्न विभागों के प्राचार्य उपस्थित रहे। जिनमें नर्सिग विभाग के प्राचार्य डा. रोविन जोसेफ, एजुकेशन विभाग के प्राचार्य डा. असद अहमद, शिक्षा विभाग के प्राचार्य नरेन्द्र त्रिपाठी, इंजीनियरिंग विभाग के प्राचार्य इंजी. ए.के. जायसवाल, शामिल रहे। समारोह का संचालन प्रवक्ता डा. मनीष पैजवार एंव श्री मती वैशाली पाण्डेय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। विभाग के समस्त स्टाफ एंव प्रवक्ताओं में विभागाध्यक्ष डा. राहुल शर्मा, वसीम अहमद खान, श्री मती साक्षी ओझा, काजल मौर्या, श्रीमती रूपा अग्रवाल, अभिनव तिवारी, अंकित तिवारी, निर्भय शर्मा, वी. के श्रीवास्तव, आकाश रायक्वार, आदित्य राय, प्रियंका पूरी, के साथ विभाग के समस्त छात्र/छात्रायें शामिल रहे।