दिल्ली : वास्तु हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन ने अपनी मुहिम ‘ऊंची उड़ान’ के तहत एनजीओ धृति के साथ मिलकर 50 महिलाओं को वुमेन माइक्रोप्रेन्योर अवॉर्ड 2023 दिए. नई दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में कम इनकम वाली उन महिलाओं को सम्मानित किया गया जिन्होंने तमाम चुनौतियों को पार करते हुए अपना बिजनेस खड़ा किया.
ये महिलाएं माइक्रोप्रेन्योर अलग-अलग बिजनेस चलाती हैं. इनमें किराना दुकान से लेकर फूड कार्ट, ट्यूशन सेंटर तक शामिल हैं जिनका सालाना रेवेन्यू औसतन 2-3 लाख रहता है. वुमेन माइक्रोप्रेन्योर अवॉर्ड 2023 एक ऐसा इनिशिएटिव है जिसके तहत जीवनयापन के लिए बिजनेस कर रहीं महिलाओं को मोटिवेट करने, ट्रेन और गाइड करने, सहयोग करने का काम किया जाता है.
दिल्ली-एनसीआर में ऐसी करीब 400 महिलाओं में से 50 महिला माइक्रोप्रेन्योर को चुना गया. इनमें संगम विहार, दक्षिणपुरी, टिगरी, नोएडा, जैतपुर, तुगलकाबाद, बिंदापुर और नजफगढ़ जैसे इलाकों की महिलाएं थीं. त्रिवेणी कला संगम में आयोजित इस अवॉर्ड सेरेमनी में यूट्यूबर और गुज्जू बेन ना नास्ता की फाउंडर व मास्टरशेफ इंडिया 2023 की फाइनलिस्ट उर्मिला जमनादास अशेर शामिल रहीं. इन्होंने अपने अनुभव और हिम्मत की कहानियां भी कार्यक्रम के दौरान शेयर कीं और अपने मंत्र ‘गिर उठ पर रुक मत’ से महिलाओं को प्रेरित किया.
वास्तु हाउंसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन के फाउंडर, एमडी व सीईओ संदीप मेनन ने इस दौरान कहा, ‘’माइक्रोप्रेन्योर अवॉर्ड कमजोर तबके की 50 महिलाओं के धैर्य और दृढ़ संकल्प का सम्मान करता है जिन्होंने बिजनेस खड़ा करने के लिए चुनौतियों को पार किया है. हमारा ऊंची उड़ान कार्यक्रम सूक्ष्म-उद्यमी महिलाओं को अपने बिजनेस को अच्छे तरीके से चलाने के लिए आवश्यक संसाधनों, उपकरणों और सलाह के लिए एक मंच देता है. हमारा यह कदम देश में वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाने और महिला उद्यमियों को तेजी से सशक्त बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है.’’
इस कार्यक्रम में ‘महिला माइक्रोप्रेन्योर को लाभ पहुंचाने के लिए उद्यमिता क्रांति’ विषय पर एक पैनल डिस्कशन भी हुआ. पैनल में दिल्ली महिला आयोग की सदस्य फिरदौस खान, सीएसआर लीडर विकास गोस्वामी, सीएसआर नेता; सुश्री कामिनी प्रकाश, इंडियन स्कूल ऑफ डेवलपमेंट मैनेजमेंट; सुश्री ममता जायसवाल, धृति एलुमना एंटरप्रेन्योर. इस सत्र को एंटरप्रेन्योर व स्टोरीटैलर ऋतुपर्णा घोष ने मॉडरेट किया.
ये अवॉर्ड सेरेमनी एनजीओ धृति- दि करेज विदिन (www.dhriiti.com) के सहयोग से आयोजित की गई. एनजीओ की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर निधि गुप्ता ने भी इस मौके पर अपने विचार साझा किए.
निधि गुप्ता ने कहा, ‘’अवॉर्ड पाने वाली हमारे पहले ग्रुप में कभी न रुकने वाली वॉरियर्स हैं. जब मैं इन महिलाओं से पहली बार मिली तो मुझे एहसास हुआ कि इन महिलाओं की चुनौतियां सोच से भी परे हैं. इन्होंने जो किया वो शायम हम में से बहुत लोग वो कभी नहीं कर सकते. बिजनेस में बिना किसी ट्रेनिंग और पहचान के, इन महिलाओं ने अपने मकसद को पाने के लिए दिन-रात एक की. इन सबको सलाम.’’
कम आय वाले बैकग्राउंड की महिलाओं के लिए अनगिनत चुनौतियां होती हैं जो उन्हें बिजनेस करने और फिर उसे चलाने में बाधा बनती हैं. इनमें से ज्यादातर महिलाओं इनफॉर्मल सेक्टर में बिजनेस करती हैं, जिनकी सरकारी योजनाओं तक पहुंच नहीं है, किसी तरह के लाभ नहीं मिलते है.
वास्तु हाउसिंग के ‘ऊंची उड़ान’ इनिशिएटिव ने इन महिलाओं को मौजूदा इकोसिस्टम में कारोबारियों के लिए उपलब्ध अवसर मुहैया कराए हैं. इस पहल की कोशिश है कि स्टार्ट-अप इकोसिस्टम में महिला माइक्रोप्रेन्योर को पहचान मिले और वो देश में एंटरप्रेन्योर क्रांति का हिस्सा बनें.
यह पहला अवसर था जब 50 महिलाओं ने हिस्सा लिया और उन्हें बिजनेस के लिए सपोर्ट सिस्टम की जानकारी दी. इस कार्यक्रम के जरिए महिलाओं को स्किल डेवलपमेंट, परसेप्शन बिल्डिंग, कम्युनिटी बिल्डिंग के गुर सिखाए गए ताकि वो अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर कर सकें और अपनी भूमिका को समझ सकें.