सहकार भारती के रमाशंकर जायसवाल बने यूपी पीसीएफ के उपसभापति बनने से बुंदेलखंड में हर्ष
सहकारिता की सबसे बड़ी संस्था से ख़त्म किया तीन दशक पुराना ‘मुलायम कुनबे’ का कब्जा
झांसी । सहकार भारती के राष्ट्रीय सह संपर्क प्रमुख रमाशंकर जायसवाल को उत्तर प्रदेश सरकार ने सहकारिता क्षेत्र में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। वह अभी उत्तर प्रदेश प्रादेशिक कोआपरेटिव फेडरेशन (पीसीएफ) के चुनाव में निर्विरोध उपसभापति निर्वाचित हुए हैं। श्री जायसवाल, सहकार भारती के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं और वर्तमान में वह राष्ट्रीय सह संपर्क प्रमुख का दायित्व निर्वहन कर रहे हैं। उपसभापति बनने के साथ ही उनको ‘कृषक भारती को-ऑपरेटिव लि. (कृभको) नई दिल्ली’ का निदेशक भी निर्वाचित किया गया है। उनके उप सभापति बनने से सहकार भारती बुंदेलखंड क्षेत्र में हर्ष की लहर दौड़ गई है।
गौरतलब हो कि, सहकारिता क्षेत्र की अग्रणी संस्था ‘उत्तर प्रदेश प्रादेशिक कोआपरेटिव फेडरेशन’ (पीसीएफ) पर अभी तक मुलायम परिवार का कब्जा था। भाजपा के ‘सहकारिता प्रकोष्ठ’ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुसंगगिक संगठन ‘सहकार भारती’ ने 10 वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद आख़िरकार सहकारिता क्षेत्र की अग्रणी संस्था ‘यूपी पीसीएफ’ से भी ‘मुलायम कुनबा’ को बाहर का रास्ता दिखा दिया। उत्तर प्रदेश में पिछले पांच वर्षों से भाजपा की सरकार होने के बावजूद अभी पीसीएफ के सभापति पद पर शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव काबिज थे। सहकारिता क्षेत्र से समाजवादी पकड़ कमजोर करने के अभियान में सहकार भारती के प्रदेश अध्यक्ष रहे रमाशंकर जायसवाल ने बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया था। उसी के इनामस्वरूप उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें यूपी पीसीएफ का सभापति बनाकर सम्मान दिया।
कुशलतापूर्वक संपन्न कराया राष्ट्रीय अधिवेशन : वर्ष 2021 के दिसंबर में सहकार भारती का तीनदिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन लखनऊ में हुआ था। इस अधिवेशन में देश भर से तीन हजार से अधिक सहकार भारती के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। प्रत्येक तीन वर्ष पर सहकार भारती का राष्ट्रीय अधिवेशन होता है, उत्तर प्रदेश में यह पहली बार हुआ था। इस दौरान रमाशंकर जायसवाल ही सरकार भारती के प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व निर्वहन कर रहे थे। इस अधिवेशन में देश के प्रथम सहकारिता मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही सैकड़ों की संख्या में अन्य गणमान्य अथिति और सहकारिता के विशेषज्ञ शामिल हुए थे। राष्ट्रीय अधिवेशन के सफलतापूर्वक सम्पन्न होने का लाभ भी अप्रत्यक्ष रूप से श्री जायसवाल को ही मिला।
संघ परिवार में निभाए कई बड़े दायित्व : रमाशंकर जायसवाल को 1992 में गोरक्ष भाग का विभाग कार्यवाह बनाया गया। 1995 में गोरखपुर महानगर सहकार्यवाह बने। 1999 में हिन्दू जागरण मंच, गोरखपुर के विभाग प्रमुख नियुक्त हुए। 2001 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, गोरखपुर विभाग के संपर्क प्रमुख का दायित्व मिला। 2002 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, गोरखपुर विभाग के बौद्धिक प्रमुख का दायित्व निर्वहन किया। 2003 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, गोरखपुर विभाग में व्यवस्था प्रमुख का जिम्मा मिला। वह 2008 में सहकार भारती, गोरक्ष प्रांत के संगठन प्रमुख बनाए गए। 2010-15 तक सहकार भारती के प्रदेश मंत्री रहे। अप्रैल 2015 से दिसंबर 2021 तक सहकार भारती उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष रहे। वर्तमान में श्री जायसवाल के पास सहकार भारती के राष्ट्रीय सह संपर्क प्रमुख का दायित्व है। इसके अलावा श्री जायसवाल इस समय भारत विकास परिषद्, गोरखपुर के संरक्षक मंडल के सदस्य के साथ ही भारत-नेपाल सीमा से संबंधित संगठन राष्ट्रीय जनसेवा न्यास के मंत्री का दायित्व निर्वहन कर रहे हैं। उनके निर्विरोध निर्वाचित होने पर सहकार भारती उत्तर प्रदेश के प्रदेश महामंत्री डा प्रवीण सिंह जादौन प्रदेश उपाध्यक्ष गजेंद्र अवस्थी पैक्स प्रकोष्ठ सह प्रमुख सतीश सिंह सेंगर उत्तर प्रदेश सहकारी संघ के निदेशक संतोष सोनी विभाग संयोजक डा संदीप सरावगी सह संयोजक प्रवीण भार्गव
महानगर जिला अध्यक्ष दीपक चौहान महामंत्री सर्वेश सिंह ,जिला उपाध्यक्ष सतीश राय जिला उपाध्यक्ष अमित तिवारी प्रमेंद्र सिंह जिला कोषाध्यक्ष बसंत गुप्ता आदि
ने हर्ष व्यक्त किया है