हरमीत सिंह कालका को पिछले ग्यारह वर्षों से कभी जत्थेदार काउंके का शहीदी दिवस मनाने की याद क्यों नहीं आई: परमजीत सिंह सरना

दिल्ली कमेटी पर काबिज़ कालका जुंडली लूटपाट और पंथ विरोधी ताकतों को मंच प्रदान कर रही है: सरना
नई दिल्ली, 8 जनवरी: शिरोमणि अकाली दल दिल्ली इकाई के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने दिल्ली कमेटी द्वारा श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार भाई गुरदेव सिंह काउंके का शहीदी दिवस मनाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा हैै कि हरमीत सिंह कालका पिछले ग्यारह वर्षों से कमेटी की कार्यकारिणी का हिस्सा हैं लेकिन कालका जुंडली व उनके आका मनजिंदर सिंह सिरसा को अभी तक याद नहीं क्यों आई।
यहां जारी एक बयान में सरदार सरना ने हरमीत सिंह कालका से सवाल करते हुए पूछा कि जत्थेदार काउंके का शहीदी दिवस मनाना एक अच्छा प्रयास है लेकिन क्या वह 11 वर्षों से अब तक सोये हुए थे तथा अन्य शहीदों को भी श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा शहीद का दर्जा प्राप्त है उनकी शहादत का दिवस क्यों नहीं मनाया गया।
उन्होंने कहा कि 20 दिसंबर 2023 को बंदी सिंहों की रिहाई के लिए समूचे खालसा पंथ द्वारा दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया जाना था जिसे हरमीत सिंह कालका ने श्री अकाल तख्त साहिब को पत्र लिखकर इसलिए रद्द करवाया कि वह सरकार से बातचीत करके बंदी सिंहों की रिहाई के लिए प्रयास कर रहे हैं। कालका जुंडली बताए कि अब तक क्या प्रयास हुए हैं व बातचीत के बाद सरकार कितने बंदी सिंहों को रिहा कर रही है?
सरदार सरना ने कहा कि हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली कमेटी पर काबिज़ कालका जुंडली कौम के साथ गद्दारी कर रही हैं तथा सिख पंथ की एकमात्र राजनीतिक जत्थेबंदी शिरोमणि अकाली दल को कमज़ोर करने की तुच्छ साजिशें रच रही हैं। जबकि उन्हें समझ लेना चाहिए कि यह कुर्सी उन्हें संगत ने सेवा करने के लिए सौंपी है ना कि लूटपाट और पंथ विरोधी ताकतों को मंच प्रदान करने के लिए।

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