ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन(आइसा) का 3 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल विगत 15 जून को हुए मुखर्जी नगर में हुई आगजनी के घटना स्थल पर पहुंच कर वहाँ के प्रभावित छात्र – छात्राओं से मिला और घटना की पूरी जानकारी ली।
प्रतिनिधि मंडल में आइसा राष्ट्रीय महासचिव कॉ. प्रसेनजीत कुमार, आइसा गांधी विहार- मुखर्जी नगर एरिया सचिव जगगन्नाथ और नीरज थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुखर्जी नगर में उस भवन के ऊपरी मंजिल पर चल रहे संस्कृति आईएएस संस्था में दो सौ से भी अधिक स्टूडेंट्स एक साथ क्लास ले रहे थे। उसी समय बिजली बोर्ड में लगी आग अचानक से संपूर्ण भवन में फैल गई और उसके बाद भगदड़ की वजह से जैसे तैसे रस्सी, वायर के जरिए छात्र- छात्राओं द्वारा छलांग लगा कर जान बचाने की कोशिश में काफी छात्र – छात्राऐं गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
घटना में घायल छात्र मुराद ने बताया कि संस्था में इस तरह की दुर्घटना से निपटने की कोई व्यवस्था नहीं थी, एक साथ इतनी भीड़ होने की वजह से दम घुटने की स्थिति पैदा हो गई। एक छोटे से खिड़की से बाहर छलांग लगाना की हालत में काफी छात्र छात्राऐं घायल हुए। लोगों का अलग अलग हॉस्पिटल में इलाज चल रहा हैं। अभी भी सभी साथियों की सुरक्षित होने की विश्वसनीय सूचना नहीं है।
इसी तरह काफी छात्र- छात्राओं ने कोचिंग संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था में बरती जाने वाली लापरवाही को उजागर किया। इस घटना से स्टूडेंट्स, आसपास के दुकानदार और आम नागरिक काफी आक्रोश में हैं।
छात्र – छात्राओं से मिलते हुए आइसा राष्ट्रीय महासचिव प्रसेनजीत ने कहा कि मुखर्जीनगर और आसपास के सैकड़ों कोचिंग संस्थानों द्वारा छात्रों से तैयारी के लिए लाखों रुपये फीस वसूला जाता है लेकिन उनकी सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं होती। इस घटना ने शिक्षा के व्यापार का केन्द्र मुखर्जीनगर की कोचिंग संस्थाओं की संवेदनहीनता और सत्ता- सरकार से भ्रष्ट गठजोड़ को उजागर किया है। यहां सैकड़ो छात्र छात्राओं को एक रूम में क्लास चलाना अपने आप में सुरक्षा मानकों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जाती है। एमसीडी प्रशासन, पुलिस अधिकारियों और संस्थान के संचालकों की भ्रष्ट तथा अपराधिक मिलीभगत की वजह से छात्र छात्राओं की जान खतरे में है।
उन्होंने सुरक्षा मानकों की जांच और संबंधित संस्था संचालक और प्रशासनिक अधिकारियों पर करवाई की माँग दिल्ली तथा केन्द्र दोनों सरकारों से की।
आइसा छात्रों के सुरक्षा की चिंताओं और विभिन्न मांगों के साथ खड़ा है। इस घटना की उच्च स्तरीय जांच और जिम्मेवार लोगों पर कठोर कार्यवाई नहीं की गई और घायल छात्र – छात्राओं का समुचित इलाज़ और मुआवज़ा नहीं दिया गया तो आंदोलन का रुख करेगा।