दिल्ली – दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल की अंतिम जमानत की मियाद खत्म हो गई है। मुख्यमंत्री (CM) अरविंद केजरीवाल को आपको तिहाड़ जेल में खुद को सरेंडर करना होगा। अंतिम जमानत की अवधि खत्म होने के बाद अरविंद केजरीवाल( Arvind kejrival ) को रविवार को तिहाड़ जेल में वापस लौटना होगा। इससे पहले उन्हें कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली है जिस कारण अब उन्हें जेल में सरेंडर करना होगा।
बता दें कि बीते 21 दिनों से लोकसभा चुनाव में चुनाव प्रचार करने के लिए अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर थे। 10 May को सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत को मंजूरी दी थी। अरविंद केजरीवाल ने मेडिकल आधार पर हफ्ते भर की और मोहल्ला से देने की मांग की मगर ट्रायल कोर्ट ने उनकी याचिका पर आदेश 5 जून तक के लिए सुरक्षित रख लिया था।
बता दें कि अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल से रिहाई 55 दिनों के बाद मिली थी। 21 मार्च को गिरफ्तारी के बाद से पहले वह 10 दिनों तक परिवर्तन निदेशालय की हिरासत में रहे थे। उसके बाद 1 अप्रैल को कोर्ट ने उन्हें न्याय हिरासत में तिहाड़ जेल भेजा था। अरविंद केजरीवाल ने 39 दिन तिहाड़ जेल में बिताए थे। अब एक बार फिर से उन्हें तिहाड़ जेल में सरेंडर करना होगा।
दोपहर तीन बजे तिहाड़ जाएंगे केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वो जेल अधिकारियों के समक्ष 2 जून को दोपहर 3 बजे सरेंडर करेंगे। वो 2 बजे अपने सिविल लाइंस स्थित आवास से निकलेंगे। इसके बाद राजघाट में हनुमान मंदिर के दर्शन करेंगे। इसके बाद आम आदमी पार्टी के मुख्यालय जाएंगे। यहां अरविंद केजरीवाल पार्टी कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करेंगे। आम आदमी पार्टी के मुख्यालय से वो तिहाड़ जेल में सरेंडर करेंगे।
चुनाव प्रचार के लिए 3 सप्ताह की अस्थायी जमानत समाप्त होने के साथ आप संयोजक एवं दिल्ली के CM Arvind kejrival रविवार को वापस तिहाड़ जेल जाएंगे क्योंकि यहां की एक अदालत ने चिकित्सा केजरीवाल ने अपने निर्धारित आत्मसमर्पण से एक दिन पहले शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर पर INDIA गठबंधन की बैठक में भाग लेने से पूर्व अपने आवास पर आप की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक की। कैबिनेट मंत्री आतिशी, राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा और संजय सिंह तथा विधायक दुर्गेश पाठक सहित प्रमुख आप नेताओं ने इस बैठक में भाग लिया। सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी अनुपस्थिति में पार्टी नेताओं के बीच एकता बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। सूत्रों ने कहा कि इस बात पर भी जोर दिया गया कि केजरीवाल मुख्यमंत्री बने रहेंगे और उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल पार्टी नेताओं, स्वयंसेवकों और दिल्ली के लोगों को अपना संदेश देना जारी रखेंगी। केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा 10 मई को दी गई अंतरिम जमानत पर एक जून तक के लिए जेल से रिहा किया गया था।
केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि वह जेल अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए 2 जून को अपराह्न 3 बजे के आसपास घर से निकलेंगे। CM पहले कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में दी गई अंतरिम जमानत को 7 दिन के लिए बढ़ाने की मांग करते हुए उच्चतम न्यायालय का रुख किया था। हालाँकि, शीर्ष अदालत की रजिस्ट्री ने बुधवार को उनकी याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने से इनकार कर दिया। इस याचिका में केजरीवाल ने गुहार लगाई थी कि उन्हें चिकित्सा परीक्षण कराने के लिए समय चाहिए क्योंकि उनका वजन कम हो रहा है और कीटोन का स्तर उच्च है। इसके बाद उन्होंने चिकित्सा आधार पर अंतरिम जमानत की मांग करते हुए विशेष CBI- ED अदालत का रुख किया। शनिवार को उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा की अदालत ने अपना आदेश 5 जून के लिए सुरक्षित रख लिया।