अलीगढ़ – आज हम आपको ऐसे गाँव से मिलवा रहे हैं जहां से कभी शहीद भगत सिंह जी ने क्रांति की अलख जगाई यही आज उसी गाँव मे भगत सिंह जी के पैतृक गांव के आर एस बाली देखने और गाँव का विकास करने पहुचे
हालांकि अभी कुछ समय ही शुरू हुआ भारतीय हिन्दू एकता संगठन पूरे देश में विकास की क्रांति जगा रहा है हाल ही में नूरपुर में मन्दिर निर्माण से यह संगठन के अध्यक्ष आर एस बाली सुर्खियों में आये हैं और कुछ समय मे ही अपने कामो से बुलंदियो को छू लिया जी हां आपको बताने जा रहे है भारतीय हिन्दू एकता संगठन के बारे में जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष आर एस बाली और यूपी अध्यक्ष सचिन पंडित,राष्ट्रीय जनरल सेक्रेटरी रोहित हाशिया आदि लोग कार्यकर्ता है आपको बताते चले कि जबसे भारतीय हिन्दू एकता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर एस बाली ने विवादों में रहा नूरपूर टप्पल गांव में 72 फूट का भव्य मंदिर का आयोजन किया तब से पूरे देश में भारतीय हिन्दू एकता संगठन का परचम लहराने लगा है
इसी को देखते हुए भारतीय हिन्दू एकता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर एस बाली और उनके साथियों को अलीगढ़ के शादीपुर गांव जहां शहीद भगत सिंह ने 18 महीने डेरा डाला था और युवाओ को शिक्षा दी थी और पहलवानी भी सिखाई थीं उसी गांव के प्रधान और कई सालों से पहलवानी सिखा रहे पहलवान जी ने भारतीय हिन्दू एकता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर एस बाली और उनके साथियों का फूल माला पहनाकर और ढोल नगाड़ों से भव्य स्वागत किया
आप इन तस्वीरों में देख सकते है कि किस तरह से आर एस बाली की शादीपुर गांव में जय जय कार की जा रही है वही शादीपुर गांव में एक मंदिर का भी आयोजन किया जा रहा है आर एस बाली ने उस मंदिर का भी दौरा किया और अपनी तरफ से 51000रू.की नगद धनराशि मन्दिर में प्रदान की इसी बीच आर एस बाली उस जगह का भी जायजा लेने पहुंचे जिस जगह पर शहीद भगत सिंह 18 महीने रहे थे और उस कुए को भी देखा जिससे शहीद भगत सिंह पानी पीते थे गांव बालो का कहना है इस जगह पर सहीद भगत सिंह जी के नाम से कोई यूनिवर्सिटी बन जाए या कोई हॉस्पिटल इसी बात को सुनकर आर एस बाली ने ये घोषणा कर दी कि इस जगह पर सबसे पहले तो शहीद भगत सिंह की भव्य मूर्ति लगेगी उस के बात में खुद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री से मिलूंगा और यहां यूनिवर्सिटी या भव्य अस्पताल बनवानी की अपील करूँगा इसी बीच उन्होंने 23 मार्च को जहां शहीद भगत सिंह की प्रतिमा बनी हुई है वहां पर उन्होंने पिछली बार छत डलवानी की घोषणा की थी जिसको देखते हुए उन्होंने 51000 की सहयोग राशि देकर छत का काम चालू कराने की गांव वालों से अपील की