दिल्ली में ब्राह्मण ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ़ इंडिया ने देखिए कैसे किया आदि शंकराचार्य राष्ट्रीय शांति पुरस्कार 2024 का भव्य आयोजन

नई दिल्ली स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब में ब्राह्मण ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा आदि शंकराचार्य शांति पुरस्कार का आयोजन किया गया। इस पुरस्कार समारोह में देश के विभिन्न क्षेत्रों में कीर्तिमान स्थापित करने वाले गणमान्यों को सम्मानित किया गया।

ब्राह्मण ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया को अपने आशीर्वचनों से संबोधित करते हुए पूज्य कांची शंकराचार्य श्री विजयेंद्र सरस्वती जी महाराज ने कहा कि ब्राह्मण ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया सनातन के लिए अच्छा कार्य कर रही है। ब्राह्मणों के संरक्षण के लिए ऐसे कार्य होते रहने चाहिए, ये बहुत ही अनुकूल विषय है। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय सनातन धर्म एक वैज्ञानिक धर्म है। सबको साथ लेकर वसुधैव कुटुंबकम् को मानने वाला हर व्यक्ति हिंदू है। सनातन के मुख्य चार स्तंभ हैं – परिवार, परिसर, परिक्रमा, परिपक्वता। पूज्य स्वामी जी ने ब्राह्मण ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया को ऐसे ही सनातन को आगे बढ़ाने और धार्मिक कार्यों को करते रहने के लिए अपनी शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया।

ब्राह्मण ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ़ इंडिया के चेयरमैन पण्डित सुखबीर शर्मा ने संगठन के बारे में कहा कि यह संगठन देश के ब्राह्मणों को संगठित और सशक्त बनाने का एक प्रयास है। हम इसे क्रांति मानते हैं। हमारा विज़न एकदम स्पष्ट है कि देश दुनिया में रह रहे ब्राह्मण मज़बूत हों। देश के कई हिस्सों में ब्राह्मणों को प्रताड़ित किया जा रहा है, जिसे हम किसी भी शर्त पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।

 

कार्यक्रम में आदि शंकराचार्य राष्ट्रीय शांति पुरस्कार २०२४ से निम्न लोगों को सम्मानित किया गया-

जनरल मनोज पाण्डेय, प्रोफ़ेसर पी. बी. शर्मा (संस्थापक कुलपति -दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी), श्री रंजन मुखर्जी, कुलपति प्रोफ़ेसर पीआर त्रिवेदी, श्री आरएन शर्मा (शिक्षा निदेशक-दिल्ली), डॉ. वीरेंद्र गोस्वामी, श्री अनिल शर्मा, सेवानिवृत्त आईआरएस एमपी शर्मा, लाल बहादुर संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर मुरलीमनोहर पाठक, डॉ. शमशेर जमदग्नि (जॉइंट कमिश्नर -वाराणसी), श्रीमती मौसमी चक्रवर्ती ( महानिदेशक -आकाशवाणी), श्री धनंजय जोशी( कुलपति-दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी), डॉ. प्रतीक शर्मा ( कुलपति-डीटीयू), डॉ. पवन शर्मा, डॉ. मार्कण्डेय राय, प्रोफ़ेसर पद्मकली बनर्जी, डॉ. सुधाकर शर्मा, श्रीमती सोनाली शर्मा, प्रोफ़ेसर आरके खण्डाल।

 

संगठन ने देश के पाँच युवाओं को भी विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए चाणक्य यूथ एक्सीलेंस अवार्ड से भी नवाज़ा। श्रीमती सुलभा जोशी, श्री पंकज सरमा, डॉ. पीयूष भारद्वाज, श्री अमित द्विवेदी और श्री हेमंत शर्मा को चाणक्य यूथ एक्सीलेंस अवार्ड २०२४ से सम्मानित किया गया।

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