भोपाल: बीटेक छात्र निशांक राठौर (mystery over engineering studentc nishank rathore death) केस में एमपी के तीनों जिले की पुलिस के हाथ खाली हैं। निशांक का शव रेलवे ट्रैक पर मिला है। पुलिस शुरुआती जांच में इसे खुदकुशी मान रही है लेकिन मौत से पहले उसके पिता और दोस्तों के फोन पर आए संदेश ने केस में सस्पेंस बढ़ा दिया है। इस केस की जांच तीनों जिलों की पुलिस कर रही है। निष्कर्ष पर अभी किसी जिले की पुलिस नहीं पहुंची है। निशांक राठौर का आज उसके सिवनी मालवा स्थित गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
निशांक राठौर के शव मिलने से पहले उसके पिता के फोन पर एक मैसेज आया था। उसमें यह लिखा था कि ‘राठौर साहब आपका बेटा बहुत बहादुर था… गुस्ताख ए नबी की एक ही सजा, सिर तन से जुदा।’ इसी मैसेज ने केस में सस्पेंस बढ़ा दिया है। यह मैसेज निशांक के फोन से ही आया है। पुलिस ने अभी तक निशांक के फोन को बरामद नहीं किया है। ऐसे में रायसेन पुलिस की तरफ से कहा गया है कि हम मामले की जांच कर रही हैं। जल्द ही खुलासा करेंगे। इस बीच एक सीसीटीवी फुटेज भी आया है। यह फुटेज रायसेन जिले स्थित एक पेट्रोल पंप का है। यहां पर अपनी स्कूटी में निशांक राठौर पेट्रोल भरवा रहा है। पेट्रोल पंप से करीब 700 मीटर की दूरी पर निशांक का शव मिला है। पुलिस सीसीटीवी फुटे की जांच कर रही है। वहीं, पिता और उसके दोस्तों के फोन पर आए संदेश के बारे में कुछ पुलिस नहीं बता रही हैं।
भोपाल के एसीपी सचिन अतुलकर ने एक दिन पहले जरूर कहा था कि उसकी जांच की जा रही है। निशांक राठौर का शव रायसेन जिले में मिला है। ऐसे में पूरे केस की जांच वहां की पुलिस ही कर रही है। पिता ने मैसेज की शिकायत में भोपाल में पुलिस अधिकारियों से की है। इसके साथ ही निशांक नर्मदापुरम जिले का रहने वाला है तो वहां की पुलिस अलग से जांच कर रही है। वहीं, सिर तन से जुदा वाले मैसेज पर अभी कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
फोन से खुलेगा राज
पुलिस सूत्रों ने बताया कि निशांक राठौर का फोन मिल गया है। ऐसे में यह मैसेज किसने भेजा है कि इसकी जानकारी नहीं है। पिता को निशांक के फोन से ही मैसेज गया है। फोन मिलने के बाद पुलिस इसकी सच्चाई जांच रही है। वहीं, दोस्तों और परिवार के लोगों ने कहा है कि उसने भी इस तरह की धमकी की कोई बात नहीं की है।
हमारे सहयोगी चैनल से बात करते हुए उसके कुछ दोस्तों ने कहा है कि वह सुसाइड नहीं कर सकता था। दोस्तों ने यह जरूर बताया है कि वह क्रिप्टो करेंसी में पैसा लगाता था। इसके साथ ही अपने सोशल प्रोफाइल पर वह धार्मिक पोस्ट करता था। पुलिस ने दोस्तों से भी बात की है। निशांक के पिता भी यह कह रहे हैं कि वह सुसाइड नहीं कर सकता है। दरअसल, इस केस की उलझनें ‘सिर तन से जुदा’ वाले मैसेज से बढ़ गई है क्योंकि निशांक की मौत से पहले इसे सर्कुलेट किया गया। इसके बाद से निशांक का परिवार के लोगों से कोई संपर्क नहीं है। फोन को पुलिस ने जांच के लिए भेजा है। व्हाट्सएप मैसेज के साथ-साथ उसके सोशल प्रोफाइल पर भी ऐसा ही पोस्ट किया गया है। पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती इसी को सुलझाना है।