मेजर मेघना अहलावत वर्षों से मानवता की सेवा में लगी है,उन्होंने डिवाइन बीम चैरिटेबल ट्राय के द्वारा कई महिलाओं को सम्मानित कर अपना फाउंडर्स डे मनाया।वह अपनी संस्था के द्वारा प्राय पेड़ लगाना,बच्चो की शिक्षा,महिला सशक्तिकरण आदि मुद्दों पर कार्य करतीं रहती है।
उन्होंने कहा की मां अर्थात माता के रूप में नारी, धरती पर अपने सबसे पवित्रतम रूप में है। माता यानी जननी। मां को ईश्वर से भी बढ़कर माना गया है, क्योंकि ईश्वर की जन्मदात्री भी नारी ही रही है। देवकी श्री कृष्ण की माता थीं पार्वती भगवान गणेश की मां थी।किंतु बदलते समय के हिसाब नारी को कम आंका गया।उस को समाज ने महत्व देना कम कर दिया है। यह चिंताजनक पहलू है। आज हम सब धन-लिप्सा व अपने स्वार्थ में डूबते जा रहे हैं। परंतु जन्म देने वाली माता के रूप में नारी और हमें पलने वाली मां प्रकृति है।नारी को और प्रकृति को दोनों को सम्मान देने की आवश्यकता है।आज देश समाज में हित में काम करने वाली हर नारी का सम्मान अनिवार्य रूप से होना चाहिए, जो वर्तमान में समय में कम हो गया है।
आज हमनें नारी को सम्मान करने के लिए यह छोटा सा प्रयास किया।जिस में हमारे साथ देशभर से हजारों महिलाएं जुड़ी है।
डॉक्टर ओजस्विता पांडे ने कहा कि नारी मतलब,” न हारी” आज नारी हर कार्य कर सकती है,वह खुद में परिपूर्ण है,वह मुश्किल से मुश्किल स्थिति में भी हर नही मानती।
भारत के सर्वोच्च पद पर एक महिला आसीन हैं। यहां बात हो रही है देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की। महिला समानता की सबसे बड़ी मिसाल इन दिनों भारत में द्रौपदी मुर्मू को माना जा सकता है। वह देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। द्रौपदी मुर्मू का जीवन संघर्षों से भरा रहा। तीन बच्चों के निधन के बाद पति को खोने का गम सहने वाली द्रौपदी मुर्मू ने परिस्थितियों के सामने हार नहीं मानी, बल्कि देश सेवा में अपना जीवन लगा दिया। राष्ट्र निर्माण के लिए पहले पायदान पर कार्य करते हुए वह राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी निभा रही हैं। नारी के इसी जज्बे को सलाम करना चाहिए।
आज हमने कई महिलाओं को सम्मानित किया,जैसे से प्रयाग राज से आभा सिंह जो गाय के गोबर का उपयोग कर के कई रचनात्मक चीजों का निर्माण करती है।
तारानुम खान जो एक कैंसर सर्वियर है, उन्होने आज अपना खुद का हेयर केयर ब्रांड बनाया है,और सफल महिला उद्यमी है।
सीमा अग्रवाल, सीमा दयाल, लीलावती, पल्लवी अग्रवाल, शिखा सिंह ,अनीता रानी ,डॉ ओजसमीता पांडे।यह वो है जो देश में अपनी अलग पहचान बनाने में सफल हुई है।