Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wp-plugin-mojo domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home4/twheeenr/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
उपराज्यपाल ने चाणक्यपुरी के कौटिल्य मार्ग पर एनडीएमसी का“वेस्ट टू आर्ट पार्क”का किया लोकार्पण पढ़िए पूरी रिपोर्ट « The News Express

उपराज्यपाल ने चाणक्यपुरी के कौटिल्य मार्ग पर एनडीएमसी का“वेस्ट टू आर्ट पार्क”का किया लोकार्पण पढ़िए पूरी रिपोर्ट

उपराज्यपाल ने चाणक्यपुरी के कौटिल्य मार्ग पर एनडीएमसी का“वेस्ट टू आर्ट पार्क”का किया लोकार्पण पढ़िए पूरी रिपोर्ट

नई दिल्ली,दिल्ली के माननीय उपराज्यपाल श्री विनय कुमार सक्सेना की गरिमामय उपस्थिति में नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने औपचारिक रूप से चाणक्य पुरी के कौटिल्य मार्ग पर निर्माण स्थलों और ऑटोमोबाइल अपशिष्ट से बचाए गए स्क्रैप धातु से बनी कलाकृतियों के सार्वजनिक पार्क को जनता के देखने के लिए लोकार्पित किया।

पार्क का उद्घाटन करने के बाद श्री सक्सेना ने कहा कि ‘विकास की दिल्ली में बहार आ गयी है। ‘राष्ट्रीय राजधानी को चमकाने के लिए सभी प्रयास किए गए हैं और यह खूबसूरत पार्क (जी20 पार्क – कौटिल्य मार्ग) उसी दिशा में एक प्रयास है। इस पार्क में G20 देशों के पक्षियों की मूर्तियां प्रदर्शित की गई हैं। यह पार्क दिल्लीवासियों के लिए एक उपहार है। दिल्ली एक उपेक्षित शहर रहा है और इसे नए विषयों और चीजों के माध्यम से सुंदर बनाने का प्रयास किया गया है।

पालिका परिषद ने ललित कला अकादमी के सहयोग से 9 से 10 सितंबर, 2023 तक नई दिल्ली में आयोजित होने वाले जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में उनकी भागीदारी के सम्मान में जी20 सदस्यों के जानवरों और पक्षियों की स्क्रैप धातु से बनी 22 कलाकृतियां स्थापित की हैं। जी20 शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर “एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ (वसुधैव कुटुंबकम) की थीम पर आधारित कलाकृतियों आगंतुकों के लिए खोली जा रही हैं।

ये कलाकृतियाँ “वेस्ट टू आर्ट” पहल का सबसे अच्छा उदाहरण हैं और पालिका परिषद और ललित कला अकादमी की यह कलाकृतियाँ संयुक्त पहल के तहत राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों द्वारा बनाई गई हैं।

 

इस परियोजना की परिकल्पना माननीय प्रधानमंत्री – श्री नरेंद्र मोदी जी के मिशन LiFE के संकल्प को ध्यान में रखते हुए की गई है ताकि नागरिकों के जीवन को आसान बनाने, पर्यावरण के लिए जीवन शैली (LiFE) अपनाने से शहर की स्वच्छता सुनिश्चित हो सके और नागरिक भागीदारी बढ़े। पालिका परिषद के लिए जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारी एनडीएमसी के अधिकांश कार्य क्षेत्र में परिलक्षित होती है। इस परियोजना को स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के तहत रिड्यूस, रियूज और रिसाइकल (3आर) की पहल के हिस्से के रूप में भी शामिल किया गया है। ‘रिड्यूस, रियूज और रिसाइकल’ और सर्कुलर इकोनॉमी की अवधारणा वर्षों से भारतीय जीवन शैली का हिस्सा रही है। “ऐसी परंपरा प्रचलित हैं, जो हमें प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर चलने की प्रेरणा देते हैं. मिशन LiFE में प्रकृति के संरक्षण से संबंधित हर जीवनशैली को शामिल किया जाएगा।

प्रत्येक कलाकृति को हाथों से तैयार किया गया है और यह इस तथ्य का प्रमाण है कि कचरे को सौंदर्यपूर्ण और सार्थक तरीके से कलात्मक वस्तुओं में बदला जा सकता है। कलाकारों ने इस कलाकृति की हस्तकला के लिए लोहे की छड़ें, ऑटोमोबाइल पार्ट्स, धातु कीप्लेटें, तार-जाल, रिम, चेन, बेयरिंग बॉल और अन्य कबाड़ सामग्री का उपयोग किया है।

 

 

 

इस पार्क में प्रदर्शित पक्षियों और जानवरों में भारतीय मोर, अमेरिकी बाइसन, ब्राजीलियाई जगुआर, चीन से लाल-मुकुट वाली क्रेन, सऊदी अरब ऊंट, कोरियाई मैगपाई, ऑस्ट्रेलियाई कंगारू, रूसी भूरा – भालू, मैक्सिकन गोल्डन-ईगल, ग्रेट ब्रिटेन का शेर, इतालवी गौरैया शामिल हैं। कैनेडियन बीवर, टर्किश रेडविंग, जापानी ग्रीन तीतर, दक्षिण अफ़्रीकी स्प्रिंगबॉक, जर्मनी ईगल, इंडोनेशियाई कोमोडो ड्रैगन, फ्रेंच गैलिक रोस्टर और अर्जेंटीना प्यूमा भी इनमें शामिल है।

इस “वेस्ट टू आर्ट पार्क” की स्थापना का विचार दिसंबर 2022 में संकल्पित किया गया था। इस उद्देश्य के लिए, एनडीएमसी ने ललित कला अकादमी के साथ सहयोग किया और देश भर के 25 प्रसिद्ध कलाकारों ने अप्रैल 2023 में ललित कला अकादमी के तत्वाधान में गढ़ी – गांव दिल्ली के कलाकार शिविर में इन कलाकृतियों को बनाना शुरू किया। जुलाई में पार्क में मूर्तियां रखने के बाद भूनिर्माण का काम किया गया था। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के विश्वविद्यालयों के लगभग 50 छात्रों ने भी स्वेच्छा से अपशिष्ट स्क्रैप सामग्री से इन कलाकृतियों को बनाते समय सहयोग करके यह कला भी सीखी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *