
नई दिल्ली,दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि दिल्ली में बाढ़ की स्थिति को गंभीर करने के लिये दिल्ली सरकार के सिंचाई विभाग, लोकनिर्माण विभाग एवं दिल्ली जल बोर्ड का भ्रष्टाचार जिम्मेदार है। दिल्ली में यमुना सफाई एवं नालों की सफाई पर काम नहीं किया गया जिसके चलते यमुना नदी की गहराई लगभग खत्म हो गई है और नियमित से अधिक पानी आते ही नदी में उफान आ गया है। इसी तरह दिल्ली के सभी नाले गाद से पटे हुये हैं और वो पानी को आगे ले जाना तो दूर पानी को उल्टा सड़कों पर फेंक रहे हैं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार दिल्ली में बाढ़ की स्थिति का मुकाबला करने में पूरी तरह असफल हो गई है और अब उसके मंत्री ही नहीं आम आदमी पार्टी के नेता जनता को गुमराह करने के लिये बाढ़ को लेकर राजनीतिक बयानबाजी कर रहे हैं।
सचदेवा ने ये भी कहा की आज पूरी दिल्ली सरकार उसी तरह जिम्मेदारी से बच रही है दूसरे राज्यों पर दोषारोपण कर रही है जैसा कोविडकाल में किया था। तब कहते थे हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश के लोग हमारे यहाँ इलाज करा गये इसलिए अस्पताल बैड कम पड़ रहे हैं और आज कह रहे हैं हरियाणा यू.पी. में पानी नही भेज रहा इसलिए दिल्ली में संकट है।
सचदेवा ने कहा है कि आज तक हथनीकुंड बैराज से दिल्ली में जो पानी आया है यदि दिल्ली में यमुना की सफाई की गई होती तो वह पानी नदी में समाकर आगे चला जाता। गत दो दशक में न पहले कांग्रेस ने न आम आदमी पार्टी की सरकार ने यमुना की सफाई पर काम नहीं किया जिसका नतीजा है कि आज यमुना उफान पर है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली में बाढ़ की स्थिति है पर दिल्ली से पानी के एक किलोमीटर आगे जाते ही नोएडा एवं गाजियाबाद पड़ते हैं जहां बाढ़ की कोई समस्या नहीं है।
अरविंद केजरीवाल और उनके राजनीतिक साथियों को यह समझना चाहिये कि किसी भी बैराज या बांध में से पानी कब और कितना छोड़ा जायेगा यह राजनीतिक नेता तय नहीं करते बल्कि तकनीकि प्रशासनिक अधिकारी करते हैं।
राज्य की सरकार का काम अपने प्रांत को विषम स्थितियों के लिये तैयार करना होता है जिस पर अरविंद केजरीवाल ने कोई तैयारी नहीं की जिसका प्रमाण है कि दो दिन पूर्व बाढ़ के विकराल होने पर सरकार को मालूम पड़ा कि आई.टी.ओ. बैराज के तीन गेट नहीं खुल रहे और कल रात रिंग रोड पर डब्ल्यू.एच.ओ. भवन के नाला नंबर 12 का गेट टूट गया जिससे पूरा आई.टी.ओ. क्षेत्र जलमग्न हो गया।
श्री सचदेवा ने कहा है कि *दिल्ली सरकार बताये कि माॅनसून से पहले बैराज एवं नालों के गेटों का क्यों नहीं निरिक्षण किया गया था