नई दिल्ली, 22 सितंबर, 2023 ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन(AICTE) ने 22 सितंबर, 2023 को एआईसीटीई मुख्यालय में नेशनल कैरिकुलम फ्रेमवर्क(NCrF) के संचालन पर एक महत्वपूर्ण क्षमता कार्यशाला नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (NCVET) के साथ आयोजित की।
‘प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण’ विषय पर आयोजित कार्यशाला में देश भर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से 200 से अधिक फैकल्टी मैम्बर्स की प्रभावशाली भागीदारी देखी गई। NCVET चेयरमैन डॉ. निर्मलजीत सिंह कलसी, AICTE चेयरमैन प्रो. टी.जी. सीताराम, वाइस चेयरमैन अभय जेरे, सदस्य सचिव प्रोफेसर राजीव कुमार, सलाहकार-I डॉ. ममता आर अग्रवाल ने इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
कार्यक्रम की शुरुआत AICTE के सदस्य सचिव प्रोफेसर राजीव कुमार के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने NCrF के इस कार्यशाला की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। AICTE के वाइस चेयरमैन डॉ. अभय जेरे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्टार्टअप्स में क्रेडिटाइजेशन पर अपने विचार साझा किए, जिनका NCVET के चेयरमैन डॉ. कलसी ने उत्साहपूर्वक स्वागत किया। इस पहल को आगामी दिशानिर्देशों में शामिल किया जाना तय है।
AICTE चेयरमैन, प्रो. सीताराम ने इस कार्यशाला के माध्यम से फैकल्टी मैम्बर्स को प्रदान किए गए व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए NCVET चेयरमैन, डॉ. कलसी की सराहना की। उन्होंने NCRF और AAPAR की परिवर्तनकारी क्षमता पर प्रकाश डाला। उन्होंने शिक्षार्थियों के लिए नए क्यूआर कोड की कल्पना की, जो छात्रों को नया लचीलापन और सशक्तिकरण प्रदान करेगा। प्रो. सीताराम ने NCrF के तीन महत्वपूर्ण घटकों अकादमिक ग्रेड क्रेडिट, कौशल कार्यक्रम क्रेडिट, और प्रासंगिक अनुभव क्रेडिट पर भी अपने विचार साझा किए।
NCrF पर डॉ. कलसी की व्यापक प्रस्तुति ने स्कूल, उच्च तकनीकी, व्यावसायिक और कौशल शिक्षा दोनों में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया, जिससे एक एकीकृत शिक्षा प्रणाली का निर्माण हुआ है। उन्होंने कार्यान्वयन से पहले जमीनी स्तर पर संचालन की महत्वपूर्ण आवश्यकता को दर्शाया।
NCrF की कल्पना राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप की गई थी, जिसका उद्देश्य व्यावसायिक शिक्षा को व्यापक शैक्षिक स्पेक्ट्रम में एकीकृत और मुख्यधारा में लाना है। NCrF एक प्रतिष्ठित सरकारी समिति है, जिसके मौलिक विचार, स्कूल से लेकर उच्च शिक्षा तक फैली व्यावसायिक और सामान्य शिक्षा दोनों के लिए एक एकीकृत क्रेडिट संचय और हस्तांतरण ढांचा स्थापित करते हैं। इसमें अकादमिक ग्रेड क्रेडिट, कौशल कार्यक्रम क्रेडिट और प्रासंगिक अनुभव के लिए क्रेडिट शामिल हैं, जो इन शैक्षिक डोमेन के बीच समानता और गतिशीलता को सक्षम बनाते हैं। यह प्रणाली आजीवन सीखने, पूर्व सीखने की मान्यता, बहुल प्रवेश, निकास विकल्प और निरंतर व्यावसायिक विकास को बढ़ावा देती है।
सरल कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा मंत्रालय ने एक उच्च-स्तरीय समिति की स्थापना की, जिसे विभिन्न क्षेत्रों में NCrF एकीकरण की देखरेख का काम सौंपा गया। इस समिति के दायरे में स्पष्टीकरण जारी करना, अप्रत्याशित उपयोग के मामलों को हल करना और किसी भी नीतिगत अंतराल की खाई को कम करना शामिल है। इसके अतिरिक्त इसका उद्देश्य एसओपी और दिशानिर्देशों में सामंजस्य स्थापित करने के लिए नियामक और अंतर-संस्थागत चर्चा को बढ़ावा देना है। समिति ढांचे से संबंधित किसी भी उभरते मुद्दे या शिकायत का समाधान करने के लिए भी प्रतिबद्ध है।
इस उद्घाटन बैठक में समिति ने उच्च शिक्षा संस्थानों, कौशल संस्थानों और स्कूल शिक्षा के फैकल्टी मैम्बर्स के लक्ष्य को निर्धारित करते हुए ‘प्रशिक्षक को प्रशिक्षित करें’ कार्यक्रम शुरू करने का संकल्प लिया। इनमें से पहला प्रशिक्षण सत्र आज AICTE द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।