देश के कई राज्यों में इन दिनों शादी का सीजन चल रहा है। वहां से शादी के दौरान हुई घटनाओं की खबरें भी सामने आ रहा है।
इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से एक खबर सामने आई है, जहां सात फेरे लेने से पहले अस्पताल पहुंच गई। वहीं, बारात बैरंग ही वापस लौट गई क्योंकि दुल्हन ने शादी से इंकार कर दिया। मामला आखिरकार थाने तक पहुंच गया, जहां पुलिस वाले दोनों की बीच सुलह कराने की कवायद में लगे हुए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार मामला जिवेश गांव का है, जहां रहने वालीे रीठरा की बेटी की शादी 26 जनवरी को थी। तय समय पर धूमधाम से बारात आई। बारात आते ही जयमाला की रस्में पूरी कर दी गई और दूल्हा दुल्हन को फेरे के लिए ले जाया गया। लेकिन यहां दुल्हन को दूल्हे का बैठने का अंदाज पसंद नहीं आया। दूल्हे के बैठने के अंदाज से दुल्हन इतनी भड़क गई कि उसने शादी से इंकार कर दिया।
दुल्हन ने जैसे ही शादी के मना किया पूरे मंडप में हड़कंप मच गया और बड़े बुजुर्ग दुल्हन को समझाने लगे। लेकिन वह नहीं मानी और अपनी जिद पर अड़ी रही। देखते ही देखते दुल्हन की हालत खराब होने लगी और उसे अस्पताल ले जाना पड़ गया, जहां उसका उपचार जारी है।
दुल्हन की मां ललिता व बहन इंदू का आरोप है कि शादी के समय उन्हें लड़का दिखाया नहीं गया। बिचौलिए व लड़का पक्ष ने उन्हें अंधेरे में रखकर शादी कराने का प्रयास किया है। अगर वह लड़के को शारीरिक रूप से देख लेते तो वह शादी के लिए हां नहीं करते।
वहीं युवती का कहना है कि उसका होने वाला पति विकलांग है। वह फेरे के समय बैठ नहीं पाया ऐसे में उसके साथ पूरे जीवन का साथ कैसे निभा सकती थी। इसलिए शादी से इनकार किया है। परिजनों का आरोप है कि विकलांग युवक की शादी कराने में बिचौलिए ने रकम ली है। वहीं युवक के पिता भारत सिंह ने कहा कि दुल्हन पक्ष के कमजोर होने के कारण एक लाख रुपए दिए थे। कोई दान दहेज की मांग नहीं की। लेकिन सब कुछ देखभाल होने के बाद युवती शादी से इनकार कर दिया। ऐसे में हमारे रुपए वापस दिलाए जाए।