देश के 109 करोड़ हिंदुओं का अपमान करने वाले कैसे बने केजरीवाल देखिये

नई दिल्ली, 28 मार्च। प्रदेश भाजपा द्वारा आज दिल्ली के सभी मंडलों में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हिंदू विरोधी मानसिकता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन  किया गया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल के पुतले फूंके। प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में हुए विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन में हिंदू विरोधी केजरीवाल के खिलाफ नारेबाजी की गई एवं प्रदेश भाजपा ने मांग की कि केजरीवाल विधानसभा में कश्मीरी पंडितों का अपमान किया है जिसके लिए वे माफी मांगे।

विभिन्न स्थानों पर हुए विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रुप से शनि बाज़ार संगम विहार में नेता प्रतिपक्ष श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी ने, शहादरा चौक पर प्रदेश महामंत्री श्री हर्ष मल्होत्रा एवं विधायक श्री जितेन्द्र महाजन ने एवं पांडव नगर वार्ड में प्रदेश महामंत्री श्री दिनेश प्रताप सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।

नेता प्रतिपक्ष श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल ने कश्मीरी पंडितों का मज़ाक उड़ाकर 109 करोड़ हिंदुओं का अपमान किया है। अगर केजरीवाल माफी नहीं मांगते हैं तो भारतीय जनता पार्टी के सभी विधायक विधानसभा के अंदर एवं बाहर इसका पुरजोर विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि आज केजरीवाल की हिंदू विरोधी मानसिकता पूरी तरह उजागर हो चुकी है। हिंदू समाज के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया है, वह किसी भी सूरत में माफी योग्य नहीं है।

प्रदेश महामंत्री श्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि केजरीवाल ने हिंदुओं के लिए जिस भाषा का प्रयोग कर रहे हैं वह उनकी मानसिकता दिवालियापन को दर्शाता है। पिछले सात सालों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में कश्मीर में जो विकास की हुआ है, वह भारत के आजादी के बाद 60 सालों में कभी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि साल 2017 के निगम चुनाव में भाजपा की जीत के बाद हार से बौखलाए केजरीवाल उल्टा सीधा बयान दे रहे हैं। वे उस हार के सदमें से उबरे नहीं थे कि फिर उनकी पार्टी की चार राज्यों में बुरी तरह से हार हो गई। इसलिए अब वे एक विशेष समुदाय की वोट बैंक के लिए कश्मीरी हिंदुओं सहित पूरे देश के हिंदुओं के बारे में अपमानजनक बयान दे रहे हैं।

प्रदेश महामंत्री श्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि केजरीवाल की यह आदत रही है कि वे अपनी राजनीतिक फायदें के लिए बार-बार हिंदुओं पर जुबानी वार करते रहे हैं। इससे पहले भी उन्होंने दिल्ली के चांदनी चौक में हनुमान मंदिर को तोड़कर, मौलवियों को वेतन देकर अपनी मंशा जाहिर कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों की भावनाओं का मजाक बनाना एवं विधानसभा में संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का हंसना किसी भी मायने में क्षमाप्रार्थी नहीं है।

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