पंजाब पुलिस से रिटायर होने के बाद इकबाल सिंह लालपुरा 2012 में भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद भाजपा ने उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया था। वर्ष 2021 में भाजपा ने उन्हें राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन पद की जिम्मेदारी सौंपी।
पंजाब के रोपड़ जिले के रहने वाले राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन इकबाल सिंह लालपुरा को संसदीय बोर्ड का सदस्य नियुक्त कर भाजपा ने सिख समुदाय के बीच अपनी पैठ को मजबूत करने के साथ साथ सूबे में अपनी जमीन मजबूत करनी शुरू कर दी है। आपको बताते चले की भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को अपने संसदीय बोर्ड में बड़ा बदलाव करते हुए पहली बार किसी सिख नेता को जगह दी है। पार्टी की ओर से संसदीय बोर्ड में शामिल ग्यारह सदस्यों में इकबाल सिंह लालपुरा का नाम शामिल है।
इसी बीच भाजपा में कुछ दिन पहले ही शामिल हुए जंगपुरा से कांग्रेस के तीन बार विधायक रहे तरविंदर सिंह मारवाह ने सपने सभी साथियों के साथ इकबाल सिंह लालपुरा को उनके आवास पर जाकर मिठाई खिला कर बधाई और मीडिया के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्रह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद किया आइए सुनाते है इस रिपोर्ट में
वही आपको बताते चले की
इकबाल सिंह लालपुरा पंजाब का जाना माना नाम रहा है। वे पूर्व आईपीएस हैं। रिटायर होने के बाद लालपुरा साल 2012 में बीजेपी में शामिल हुए थे और फिलहाल राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हैं। संसदीय बोर्ड में लालपुरा को शामिल किए जाने के पीछे कई राजनीतिक मायने भी हैं। इकबाल सिंह लालपुरा सिख मशनरी के अलावा सिख गुरुओं पर काफी किताबें लिख चुके हैं।
पंजाब में भाजपा ने 2022 के विधानसभा चुनाव में 117 में से सिर्फ दो सीट ही जीती थी और पार्टी बुरी तरह से हाशिये पर चली गई थी। हालांकि चुनावों से पहले भाजपा ने दिल्ली गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा, पूर्व मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी, पूर्व विधायक फतेहजंग बाजवा समेत काफी सिख नेताओं को पार्टी में शामिल कर लिया था।