फर्ज़ीवाड़े का ठेकेदार , हसनैन बकाई ON REMAND , एक और खुलासा

 

NEW Delhi : 25 SEP, 2022 यह कहानी एक ऐसे सख्स की है जो फर्जीवाड़ों में दिल्ली से लेकर उत्तरप्रदेश और न जाने कहा कहा चर्चा का विषय बन गया और फर्जीवाड़ों का बेताज बादशाह बन अपने पावर का फायदा उठा कर न जाने कितनो को लूटा और पुलिस की गिरफ्त से दूर अपने फर्जीवाड़ों अंजाम देता रहा \ रिवल्वर राजा या पेट्रोलपंप माफिया किंग क्या कहे ये तो आप तय करेंगे ,कहा जाता है की पाप का घड़ा भरने में समय लगता है लेकिन भरते ही अंजाम बुरा होता है हम बात कर है हसनैन बक़ाई की जो इस वक़्त पुलिस गिरफ्त में और रिमांड में है एक और सनसनी खबर हसनैन बक़ाई के बारे में दिल्ली और गुजरात पुलिस के संज्ञान में लाना चाहते है

रिवाल्वर / पेट्रोल पंप के लाइसेंस दिलाने का देश भर में रैकेट चलाने वाले हसनैन बक़ाई, सफीपुर, उन्नाव U.P. का निवासी है / रसूक के दमपर, गृह मैंत्रालय से फ़र्ज़ी कागज़ निकलवा कर, किछौछा शरीफ के खानवादे में और अनुयायियों में शांति भंग करने में भी उसका नाम आ रहा है /

किछौछा शरीफ (बसखारी )जिला अम्बेडकर नगर U.P में हसनैन बक़ाई का दबदबा देखा गया /
बसखारी से लखनऊ तक यह प्रभावशाली रहा, कहीं कोई FIR दर्ज़ नहीं हो पाई, तब मज़बूरन न्याय पालिका का सहारा लेते हुए , मौलाना हसन अस्करी, शज्जादा नशीन अमीर – उल – औलिया अमीरे मिल्लत ने कोर्ट में केस फाइल किया /मौलाना हसन अस्करी V /S हमज़ा का केस अदालत में चला गया /

आशंका है कि हमज़ा और हसनैन बक़ाई के शातिराने संबंध है और हसनैन बक़ाई को हमज़ा द्वारा पैसे (रक़म ) देकर ही गृह मंत्रालय से थानों तक पूरा फर्जीवाड़ा कराया गया / समाज में अस्थिरता / अशांति फ़ैलाने जैसा काम भी कर गया ऐसा माना जाता है। हमज़ा का हसनैन बक़ाई से क्या और कैसा संबंध है जिस के कारण खानवादे अशरफ़ीया किछौछा शरीफ के अनुयायियों में अशांति फैलायी गयी /

घटना 18 दिसम्बर 2020 की है, जब हमजा अशरफ ने गृह मंत्रालय के एक फ़र्ज़ी कागज़ को माध्यम बनाया / गृह मंत्रालय में अपर सचिव रहे राजेंद्र कुमार भारती की मुहर का दुरूपयोग कर के एक शडयंत्र रच कर मौलाना हसन अस्करी (शजादनशीन )किछौछा को फसाया और बदनाम करने की पूरी कोशिश हुई /अपर सचिव रहे राजेंद्र कुमार भारती ने इस संबंद में 25 MARCH 2021 को हमजा अशरफ S /O सैय्यद मदनी अशरफ के खिलाफ FIR भी दर्ज किया मगर अस्चर्या है की अभी कार्यवाई नहीं हो पाए / अब हमज़ा या बक़ाई ही बता सकते है कि पूरा खेल कितने में डील हुआ / ओक्टुबर 2020 में खानकाह की खिलाफत को लेकर सैय्यद हसन अस्करी को बदनाम करने के लिए गृह मंत्रालय, अपर सचिव तक को नहीं छोड़ा हसनैन बक़ाई ने /

गृह मंत्रालय के फ़र्ज़ी कागज़ को माध्यम बना कर पूरे इलाक़े में गुट बंदी करा दी / हसनैन बक़ाई और हमज़ा से पुछताछ होनी चाहिए, इनके बीच के संबंद जानना ज़रूरी है / अनूरोध है की जिम्मेदार संस्थाएँ और अधिकारीगण इस घटना को संज्ञान में ले और इस ज़ालसाज़ पर कानूनी पक्रिया के अंतर्गत उचित कारवाई कि जाएं /

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