भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह चर्चा में हैं। दिल्ली में उनके इस्तीफे के लिए पहलवान धरने पर बैठे हैं। खेल मंत्रालय बैठक पर बैठक कर रहा है। बृजभूषण गुरुवार देर रात दिल्ली से गोंडा पहुंचे। शुक्रवार सुबह वह जिम करने गए। वहां कसरत की। फिर अपनी कोठी पर लौटे। मीडिया ने उनको घेर लिया। सवाल किया कि इस्तीफा देंगे क्या? जवाब दिया कि मैं क्यों दूं? अनुकंपा में अध्यक्ष नहीं बना हूं।
इस जवाब से उनके तेवर साफ हैं। वे इस्तीफा नहीं देंगे। यह पहला मौका नहीं है। जब पहलवान बृजभूषण शरण सिंह विवादों के दंगल में हैं। कभी अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन तो कभी मंच पर पहलवान को थप्पड़ मारकर वे सुर्खियों में रहे हैं। चलिए, उनके चर्चित विवादों को एक-एक करके जानते हैं… 1. इंटरव्यू में खुद कबूली एक हत्या करने की बात
यूपी में 2022 विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा सांसद बृजभूषण शरण का एक इंटरव्यू खूब वायरल हुआ। इसमें उन्होंने खुद एक हत्या की बात कबूली। कहा- मेरे जीवन में एक हत्या मुझसे हुई है। लोग चाहे कुछ भी कहें। रविंद्र को जिस आदमी ने मारा था। उसकी पीठ पर राइफल से मैंने गोली मारी थी।
दरअसल, यह मामला 1983 का है। रविंद्र सिंह, अवधेश सिंह और बृजभूषण तीनों दोस्त थे। ये खनन के ठेके लेते थे। तीनों दोस्त एक जगह गए तो वहां पर विवाद हो गया। वहां उनके दोस्त को किसी ने गोली मार दी। इसके बाद बृजभूषण ने हमला करने वाले को गोली मार दी। बताया जाता है कि इस मामले में कोर्ट ने उनको बरी कर दिया। 2. भरे मंच पर पहलवान को जड़े थप्पड़ साल 2021, दिसंबर में बृजभूषण रांची में अंडर-15 पहलवानी के मुकाबले में चीफ गेस्ट बने। उस प्रतियोगिता में अपने आयु सत्यापन को लेकर एक पहलवान मंच पर गया। वह बृजभूषण सिंह से अपनी बात कहने के लिए मंच पर चढ़ गया। उसका यह तरीका बृजभूषण को पसंद नहीं आया। बृजभूषण भड़क गए और पहलवान को एक-एक कर 4 थप्पड़ जड़ दिए। यह मामला काफी वायरल हुआ था।
3. दाऊद से कनेक्शन के आरोप में जेल गए
बृजभूषण पर दाऊद इब्राहिम गैंग से कनेक्शन के आरोप लग चुके हैं। उन पर दाऊद के गुर्गों को छुपाने का आरोप था। दरअसल, मुंबई में पहली बार एके-47 का इस्तेमाल करके गैंगवार हुई थी। चर्चा थी कि दाऊद के गुर्गे मुंबई में गैंगवार करने के बाद उत्तर प्रदेश चले गए। वहां बृजभूषण पर उनको शरण देने का आरोप लगा।
इसके अलावा, मुंबई में डॉन अरुण गवली के भाई की हत्या हुई थी। बदले में गवली गैंग ने दाऊद की बहन हसीना पारकर के पति की हत्या कर दी। दाऊद गैंग ने गवली के करीबियों की सुपारी उत्तर प्रदेश के अपराधियों को दी। उनमें गैंगस्टर बृजेश सिंह का नाम शामिल था। बृजेश को छुपाने का आरोप बृजभूषण पर लगा था।
मामले की जांच CBI को सौंपी गई थी। इसके बाद बृजभूषण पर टाडा (Terrorist and Disruptive Activities) लगा था। इसके लिए उन्हें दिल्ली की तिहाड़ जेल भेज दिया गया था। हालांकि बाद में उन्हें इसमें क्लीन चिट मिल गई थी। 4. बाबा रामदेव के घी को नकली बताया, फिर बैकफुट पर आए
नवंबर 2022 में बाराबंकी में बृजभूषण एक कार्यक्रम में शिरकत करने गए थे। यहीं पर उन्होंने बाबा रामदेव के घी को नकली बता दिया। कथा पंडाल में बृजभूषण ने कहा था- शरीर में कोई रोग नहीं है तो उससे धनी व्यक्ति कोई नहीं है। स्वस्थ रहने के लिए घर में साफ सफाई और दूध-घी का होना जरूरी है। मैं भी भैंस चराने जाता था। भैंस-गाय पालेंगे तभी शुद्ध दूध और घी मिलेगा, नहीं तो रामदेव का नकली घी खाना पड़ेगा।
इस मामले में पतंजलि की तरफ से उन्हें नोटिस जारी कर माफी मांगने की बात कही गई थी, लेकिन न तो उन्होंने नोटिस का जवाब दिया था और न ही माफी मांगी थी। 5. सपा में मंत्री रहे पंडित सिंह पर जानलेवा हमले का आरोप
बात 1993 की है। समाजवादी पार्टी में कैबिनेट मंत्री रहे विनोद सिंह उर्फ पंडित सिंह पर जानलेवा हमला हुआ था। उस समय गांव बल्लीपुर के निवासी योगेंद्र सिंह ने थाना नवाबगंज में 24 दिसंबर 1993 को तहरीर दी थी कि सुबह उनके भतीजे विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह अपने घर के बाहर खड़े थे। तभी कार से आए चार लोगों ने विनोद पर फायरिंग शुरू कर दी।
दावा किया गया था कि हमलावरों ने करीब 40 राउंड फायरिंग की थी, विनोद सिंह ने घर के पीछे भागकर जान बचाई थी। हमले का आरोप बृजभूषण शरण सिंह और उनके सहयोगियों पर लगा था। यह मामला 29 साल तक कोर्ट में चला। 19 दिसंबर 2022 को कोर्ट ने बृजभूषण समेत तीन आरोपियों को बरी कर दिया था। 6. मायावती ने गोंडा का नाम बदला तो कर दिया आंदोलन
2004 में यूपी में बसपा की सरकार थी। बसपा सुप्रीमो मायावती मुख्यमंत्री थीं। मायावती ने गोंडा का नाम बदलकर “लोकनायक जयप्रकाश नारायण नगर” रखने की घोषणा कर दी, जिसका बृजभूषण ने कड़ा विरोध जताया था। मायावती की जनसभा में भारी जनसैलाब के साथ जाकर उनके फैसले का विरोध किया था। बृजभूषण ने इसे लेकर आंदोलन खड़ा कर दिया था।
गोंडा का नाम बदलने का मामला पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पास पहुंचा। नतीजा बृजभूषण शरण सिंह की मांग सुनी गई और गोंडा का नाम नहीं बदला। जिसका फायदा बृजभूषण को बाद में हुए चुनाव में मिला था। उसके बाद भाजपा सांसद को मायावती ने गुंडा तक बता डाला था। राज ठाकरे के अयोध्या दौरे का किया था विरोध
साल 2022 में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने अयोध्या का दौरा करने की घोषणा की थी। उसके बाद ही बृजभूषण ने राज ठाकरे का विरोध किया। कहा था कि राज ठाकरे जब तक उत्तर भारतीयों से माफी नहीं मांगते, तब तक उन्हें अयोध्या में घुसने नहीं दिया जाएगा। राज ठाकरे अगर सेना लेकर भी आएंगे, तब भी उन्हें अयोध्या में कदम नहीं रखने देंगे। हालांकि बाद में वे बैकफुट पर आ गए थे।
6 दिसंबर 1992 को जब अयोध्या में बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा गिराया गया, तो लालकृष्ण आडवाणी समेत जिन 40 लोगों को आरोपी बनाया गया, उनमें बृजभूषण भी शामिल थे। सुनवाई के दौरान वर्ष 2000 में कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया था।